अरुणाचल से युवक के अपहरण के मामले में राहुल का पीएम मोदी पर निशाना
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अरुणाचल प्रदेश के एक किशोर का चीन के सैनिकों द्वारा अपहरण किए जाने संबंधी भाजपा सांसद तापिर गाव के दावे को लेकर बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि इस मामले पर प्रधानमंत्री की चुप्पी से साबित होता है कि उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने यह भी कहा कि वह इस किशोर के परिवार के साथ खड़े हैं।
गौरतलब है कि अरुणाचल प्रदेश से सांसद तापिर गाव ने बुधवार को कहा था कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने राज्य में भारतीय क्षेत्र के अपर सियांग जिले से 17 वर्षीय एक किशोर का अपहरण कर लिया है।
उन्होंने ट्वीट कर यह भी कहा कि अपहृत किशोर की पहचान मिराम तरोन के रूप में हुई है। उन्होंने दावा किया कि चीनी सेना ने सियुंगला क्षेत्र के लुंगता जोर इलाके से किशोर का अपहरण किया।
इस मामले पर राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘गणतंत्र दिवस से कुछ दिन पहले भारत के एक भाग्य विधाता का चीन ने अपहरण किया है। हम मिराम तरोन के परिवार के साथ हैं और उम्मीद नहीं छोड़ेंगे, हार नहीं मानेंगे।’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘प्रधानमंत्री की बुज़दिल चुप्पी ही उनका बयान है- उन्हें फ़र्क़ नहीं पड़ता!’’
लापता लड़के का पता लगाने के लिए भारतीय सेना ने पीएलए से मदद मांगी:
भारतीय सेना ने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) से लापता एक लड़के मिराम टैरोन का पता लगाने और स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार उसे वापस करने के लिए सहायता मांगी है। न्यूज़ एजेंसी पीटीआई भाषा के मुताबिक, रक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
अरुणाचल प्रदेश के सांसद तापिर गाव ने बुधवार को कहा था कि पीएलए ने मंगलवार को राज्य के अपर सियांग जिले में भारतीय क्षेत्र से 17 वर्षीय एक लड़के का अपहरण कर लिया। रक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने बृहस्पतिवार को कहा कि जब भारतीय सेना को टैरोन के लापता होने के बारे में सूचना मिली तो उसने तुरंत हॉटलाइन के स्थापित तंत्र के माध्यम से पीएलए से संपर्क करके सूचित किया कि जड़ी-बूटी इकट्ठा करने निकला एक लड़का रास्ता भटक गया है और उसका पता नहीं चल रहा है।
सूत्रों ने कहा कि पीएलए से उनके क्षेत्र में किशोर का पता लगाने और स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार उसे वापस करने के लिए सहायता मांगी गई है। गाव ने बुधवार को कहा कि घटना उस स्थान के पास घटी जहां से सांगपो नदी अरुणाचल प्रदेश में भारत में प्रवेश करती है। सांगपो को अरुणाचल प्रदेश में सियांग और असम में ब्रह्मपुत्र कहा जाता है।
सांसद ने यह भी कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशिथ प्रमाणिक को घटना से अवगत करा दिया है और उनसे इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। सितंबर 2020 में पीएलए ने अरुणाचल प्रदेश के अपर सुबनसिरी जिले से पांच युवकों का अपहरण कर लिया था और लगभग एक सप्ताह के बाद उन्हें छोड़ा था।
ताजा घटना ऐसे समय में हुई है जब भारतीय सेना का अप्रैल 2020 से पूर्वी लद्दाख में पीएलए के साथ गतिरोध जारी है। गतिरोध को हल करने के लिए भारत और चीन के बीच 14 दौर की सैन्य स्तर की वार्ता हो चुकी है। कई दौर की वार्ता के बाद गतिरोध वाले कुछ स्थानों से सैनिकों की वापसी हुई लेकिन पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स, देपसांग और डेमचोक क्षेत्रों से सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया अभी बाकी है।