राहुल का एक और हमला: लॉकडाउन से साबित हो गया अज्ञानता से अधिक खतरनाक है घमंड

राहुल का एक और हमला: लॉकडाउन से साबित हो गया अज्ञानता से अधिक खतरनाक है घमंड

नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर एक और बड़ा हमला बोला है। राहुल गांधी ने लॉकडाउन को लेकर एक बार फिर मोदी सरकार पर वार किया है।

राहुल गांधी ने अल्बर्ट आइंस्टीन का एक वाक्य शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा कि यह लॉकडाउन साबित करता है कि अज्ञानता से अधिक खतरनाक चीज केवल घमंड है।

इतना ही नहीं राहुल गांधी ने अपने ट्वीट के साथ कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के ग्राफ वाला वीडियो भी शेयर किया है। इन ग्राफ में बताया गया था कि देश में बार-बार लॉकडाउन लगाया जा रहा है, लेकिन कुछ हासिल नहीं हो पा रहा है बल्कि कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

राहुल गांधी ने जो ग्राफ शेयर किए हैं, उसमें बताया गया है कि जब पहली बार लॉकडाउन लागू किया गया तो देश में कोरोना के 9 हजार केस थे। दूसरे लॉकडाउन में कोरोना मामलों की संख्या बढ़कर 28 हजार पहुंच गई। उसी तरह तीसरी बार जब देश में लॉकडाउन लागू किया जा रहा था तब देश में कोरोना मरीजों की संख्या 45 हजार थी। वहीं जब चौथा लॉकडाउन लागू किया गया तो मरीजों की संख्या बढ़कर 82500 हो चुकी थी।

गौरतलब है कि राहुल गांधी लगातार इस बार को लेकर सरकार के सामने सवाल उठा रहे हैं कि जब देश में कोरोना संक्रमित लोगों की तादाद बेहद कम थी तब सरकार ने लॉकडाउन किया लेकिन जब संख्या लगातार बढ़ रही है तो लॉकडाउन क्यों खोला गया।

इतना ही नहीं राहुल गांधी प्रवासी मजदूरों की समस्याओं और लोअर मिडिल क्लास, गरीबो और मजदूरो के खाते में नगद धनराशि ट्रांसफर किये जाने की मांग भी लगातार सरकार के सामने रख रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार लोन देने की जगह नगद सहायता दे।

राहुल गांधी कोरोना संक्रमण, लॉकडाउन और अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर कई जानकारों से भी संवाद कर चुके हैं। उन्होंने रिज़र्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन, नोबेल विजेता अभिजीत बनर्जी और कारोबारी राजीव बजाज से भी बात कर चुके है।

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TeamDigital