मोदी सरकार की उदासीनता और अहंकार ने 60 से अधिक किसानों की जान ली: राहुल
नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसान आंदोलन को लेकर एक बार फिर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने किसान आंदोलन 60 से अधिक किसानो की जान जाने के लिए मोदी सरकार की उदासीनता और उसके अहंकार को ज़िम्मेदार बताया है।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘मोदी सरकार की उदासीनता और अहंकार ने 60 से अधिक किसानों की जान ले ली। किसानों के आंसू पोंछने के बजाय यह सरकार उन पर आंसू गैस के गोले छोड़ रही है।’
इतना ही नहीं उन्होंने आरोप लगाया कि ‘इस तरह की क्रूरता सांठगांठ वाले पूंजीपतियों के हितों को बढ़ावा देने के लिए है। राहुल गांधी ने कहा कि तीनों कानूनों को निरस्त किया जाना चाहिए।’
इससे पहले सोमवार को राहुल गांधी ने ट्विटर पर किसान आंदोलन की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा था कि सर्दी की भीषण बारिश में टेंट की टपकती छत के नीचे, जो बैठे हैं सिकुड़-ठिठुर कर, वो निडर किसान अपने ही हैं, ग़ैर नहीं। सरकार की क्रूरता के दृश्यों में, अब कुछ और देखने को शेष नहीं।
गौरतलब है कि पिछले 38 दिनों से कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानो ने दिल्ली से सटे राज्यों पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमाओं पर डेरा दाल रखा है।
कड़ाके की सर्दी और पिछले दो दिनों में हुई बारिश से जूझ रहे किसान अभी भी सीमाओं पर डंटे हैं। वहीँ दूसरी तरफ सोमवार को किसानो और सरकार के बीच हुई सातवें दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही और किसानो से एक बार फिर बातचीत किये जाने के लिए 8 जनवरी की तारीख तय की गई है।
सोमवार को सरकार के साथ बेनतीजा खत्म हुई बातचीत के बाद किसान नेताओं के कहा कि सरकार बेवजह इस मामले को लंबा खींच रही है। अधिकांश किसान नेताओं का कहना था कि 8 जनवरी को होने वाली बातचीत आखिरी होगी। यदि इस बातचीत में भी सरकार किसानो की मांगे नहीं मानती तो किसान अपनी मांगे मनवाने के लिए आंदोलन को और तेज करेंगे।