राहुल का पीएम मोदी से सवाल: कोरोना से निपटने का प्लान ‘बी’ क्या है?

नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर कोरोना संक्रमण और देश के ताजा हालातो पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिये प्रेस ब्रीफिंग में पत्रकारों से बात की। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को पारदर्शिता दिखाते हुए बताना चाहिए कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए उसका प्लान बी क्या है।
गरीबो, मजदूरों के लिए राहत पॅकेज को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि पैकेज के बारे में हमें बहुत उम्मीदें थीं, इसे लेकर कई प्रेस कॉन्फ्रेंस हुईं। पीएम ने कहा कि यह जीडीपी का 10% होगा। वास्तविकता यह है कि ये जीडीपी के 1% से भी कम है और उसमें भी ज्यादातर लोन है, नकद कुछ भी नहीं है।
उन्होंने कहा कि ‘अब हम सम्मानपूर्वक भाजपा सरकार और प्रधानमंत्री जी से पूछना चाहते हैं कि “प्लान बी” क्या है? बीमारी 21 दिन में कम नहीं हुई, बल्कि बढ़ रही है। प्रधानमंत्री जी की रणनीति क्या है? लॉकडाउन से कैसे निपटोगे? मजदूर भाई-बहनों, MSMEs की मदद कैसे करोगे? ये राजनीति नहीं है, बल्कि मेरी चिंता है। बीमारी बढ़ती जा रही है। इसलिए ये सवाल मैं पूछ रहा हूँ।’
लॉकडाउन को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि ‘दुनिया के बाकी देशों ने लॉकडाउन तब हटाया, जब बीमारी कम होनी शुरू हुई। ऐसे में ये स्पष्ट है कि हमारे यहाँ लॉकडाउन विफल हो गया है। जो लक्ष्य मोदी जी का था, वो पूरा नहीं हुआ।
उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘मोदी जी ने 21 दिन में कोरोना की लड़ाई जीतने की बात कही थी और अब लॉकडाउन को लगभग 60 दिन हो चुके हैं। हिंदुस्तान पहला देश है, जो बीमारी के बढ़ते वक़्त लॉकडाउन हटा रहा है।’
राहुल गांधी ने कांग्रेस शासित राज्यों में गरीब परिवारों और मजदूरों की मदद को लेकर कहा कि कुछ राज्यों में हमारी सरकार है, हम किसानों, मजदूरों को सीधे नकद दे रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार से कोई समर्थन नहीं मिल रहा है। केंद्र सरकार के पर्याप्त समर्थन के बिना हमारे राज्यों के लिए कार्य करना कठिन होता जा रहा है।’
उन्होंने कोरोना संक्रमण पर केंद्र सरकार की रणनीति को लेकर साफतौर पर कहा कि ‘मैं इसमें नहीं जाना चाहता कि केंद्र सरकार विफल क्यों रही है, वो अतीत है। मुझे अभी इस बात में दिलचस्पी है कि भारत अभी जिस चीज का सामना कर रहा है, वो है- एक असफल लॉकडाउन है। कई राज्यों में बीमारी बढ़ रही है।’
राहुल गांधी ने कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन को लेकर मोदी सरकार पर सवाल दागते हुए कहा कि ‘आगे सरकार की क्या योजना है ? कांग्रेस शासित राज्यों के पास रणनीति है। हम गरीबों को पैसा और भोजन दे रहे हैं, प्रवासियों का प्रबंधन कर रहे हैं, टेस्ट बढ़ा रहे हैं। लेकिन राज्यों के पास केंद्र सरकार की मदद के बिना कोई रणनीति नहीं हो सकती।’
उन्होंने कहा कि ‘मुझे हमारे मुख्यमंत्रियों ने बताया कि वे अकेले लड़ाई लड़ रहे हैं। वे आश्वस्त हैं और समझते हैं कि क्या करना है, लेकिन केंद्र सरकार क्या करने की योजना बना रही है।’
राहुल ने कहा कि ‘या तो स्वास्थ्य या अर्थव्यवस्था वाले तर्क से मैं सहमत नहीं हूँ। मुझे लगता है कि हम स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था के बीच एक सफलतापूर्वक रास्ता बनाने के लिए पर्याप्त रूप से सक्षम हैं।’
लॉकडाउन से काम धंधे ठप्प होने को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि ‘भारत एक बहुत ही गंभीर बेरोजगारी समस्या का सामना कर रहा है और यह कुछ समय के लिए है। मेक इन इंडिया और अन्य पहलों ने अपेक्षित परिणाम नहीं दिए हैं। अब कोरोना ने बेरोजगारी की समस्या को कई गुना बढ़ा दिया है।’
प्रेस कांफ्रेंस में राहुल गांधी ने चीन और नेपाल की तरफ से सामने आये सीमा विवाद के ताजा मामले को लेकर भी पत्रकारों के सवालो के जबाव दिए। उन्होंने कहा कि चीन के साथ क्या चल रहा है, सरकार इसको देश के साथ साझा करे।