लाइव: राहुल-प्रियंका गांधी रिहा, दिल्ली रवाना

नई दिल्ली। हाथरस जाने पर अड़े पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव को यूपी पुलिस ने रिहा कर दिया है और दोनों दिल्ली पहुंच गए हैं।
इससे पहले यूपी पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया था और उन्हें एफ-1 गेस्ट हाउस ले जाया गया था। सूत्रों के मुताबिक गेस्ट हाउस लेकर जाकर पुलिस राहुल गांधी को हाथरस जाने की ज़िद्द न करने को लेकर समझाने में कामयाब रही। जिसके बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को दिल्ली के लिए रवाना कर दिया गया।
हिरासत में लिए गए राहुल और प्रियंका गांधी:
हाथरस में रेप पीड़िता के परिजनों से मिलने जा रहे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपी की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है और उन्हें एफ-1 गेस्ट हाउस ले जाया गया है। इससे पहले राहुल गांधी और पुलिस के बीच नौकझौंक और धक्का मुक्की भी हुई।
राहुल गांधी को पुलिस ने धारा 188 के तहत गिरफ्तार किया है। उत्तर प्रदेश के केबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि “राहुल गांधी का एक ट्रैक रिकॉर्ड है कि जब वो भी विदेश से वापिस लौटते हैं वो फोटो ऑप करवाने में लग जाते हैं। जो आज एक्सप्रेस-वे पर चल रहा है वो भी फोटो ऑप ही है। उनकी और प्रियंका गांधी जी की तरफ से न ही कोई सहानुभूति न ही कोई संवेदनशीलता दिख रही है।”
एक्सप्रेसवे पर रोका गया राहुल-प्रियंका का काफिला:
हाथरस में रेप पीड़िता के परिजनों से मिलने जा रहे पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और यूपी की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी का काफिला एक्सप्रेसवे के पास रोक लिया गया है। प्रशासन उन्हें शान्ति व्यवस्था और जिले में लगी धारा 144 और कोरोना का हवाला देकर आगे जाने की अनुमति नहीं दे रहा है।
प्रशासन का तर्क है कि कोरोनावायरस के चलते यहां पर 1 सितंबर से 31 अक्टूबर के बीच जिले में धारा 144 लागू है। प्रशासन द्वारा रोके जाने पर राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस के अन्य नेताओं ने सड़क पर पैदल ही मार्च करना शुरू कर दिया है।
हाथरस के लिए रवाना हुए राहुल-प्रियंका, जिले की सीमाएं सील:
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी आज हाथरस में रेप पीड़िता के परिजनों से मुलाकात करने के लिए पहुंच रहे हैं।
वहीँ दूसरी तरफ हाथरस जिले की सीमाएं सील कर दी गयी हैं और जनपद में धारा 144 लागू की गई है। रेप पीड़िता के निधन के बाद नेताओं के दौरों के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
कांग्रेस नेताओं का काफिला उत्तर प्रदेश में दाखिल हो चुका है। माना जा रहा है कि उनके काफिले को कभी भी रोका जा सकता है। संभावना है कि कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए राहुल और प्रियंका को पीड़िता के गाँव तक न पहुँचने दिया जाए।
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ कुछ अन्य कांग्रेस नेता भी हैं। इनमे उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी शामिल हैं। वहीँ दूसरी तरफ इस घटना को लेकर देशभर में आक्रोश का माहौल है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुली पुलिस के दावों की पोल:
मृतक रेप पीड़िता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पीड़िता के शरीर पर कई जगह चोट के निशान और फ्रेक्चर होने की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट में स्पाइन को गर्दन से जोड़ने वाली हड्डी में फ्रैक्चर होने की बात कही गई है।
फॉरेंसिक विभाग ने युवती के शव का विसरा भी सुरक्षित रख लिया है और उसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। इसके साथ ही नाखून और वेजाइनल स्वैब को भी सुरक्षित रखा गया है।
गौरतलब है कि पीड़िता की मौत के बाद पुलिस ने आनन फानन में शव को कब्ज़े में लेकर अंतिम संस्कार कर दिया था। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें दाह संस्कार करने की अनुमति नहीं दी और न ही परिवार के किसी सदस्य से कोई रज़ामंदी ली।