किसानो के समर्थन में अब राजस्थान में आवाज़ बुलंद करेंगे राहुल गांधी
नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पंजाब और हरियाणा के बाद अब राजस्थान में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानो की आवाज़ बुलंद करेंगे। राहुल गांधी 12 एवं 13 फरवरी को राजस्थान में रहेंगे।
इससे पहले राहुल गांधी पंजाब और हरियाणा में भी कृषि कानूनों के खिलाफ सभाएं संबोधित कर चुके हैं तथा ट्रेक्टर रैली में भी भाग ले चुके हैं। कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के समर्थन के लिए राहुल गांधी का अगला पड़ाव राजस्थान होगा।
कांग्रेस महासचिव और राजस्थान प्रभारी अजय माकन ने यह जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘किसानों के हितों की लड़ाई लड़ने, किसानों की आवाज़ बुलंद कर, केंद्र सरकार द्वारा तीनों काले क़ानूनों को वापस लेने हेतु संघर्ष के लिए राहुल गांधी 12 एवं 13 फ़रवरी को राजस्थान के दौरे पर होंगे।’
इससे पहले आज राहुल गांधी ने कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसान संगठनों के आह्वान पर किये गए तीन घंटे के चक्का जाम का समर्थन करते हुए कहा कि ‘अन्नदाता का शांतिपूर्ण सत्याग्रह देशहित में है, लेकिन ये तीन कानून सिर्फ किसान-मजदूर के लिए ही नहीं, जनता और देश के लिए भी घातक हैं।’
हम 7 सालो से ढूंढ रहे पीएम मोदी का नंबर: किसान नेता
इस बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता युद्धवीर सिंह ने आज कहा कि हम पिछले 7 साल से वो नंबर ढूंढ रहे हैं जिसपर प्रधानमंत्री जी उपलब्ध हो सकते हैं। अगर हमें वो फोन नंबर मिल जाए तो हम बात करने को तैयार हैं, हम इंतजार में हैं। इस बीच हमने तय किया है कि हम अपने आंदोलन को तेज करेंगे।
आज का चक्का जाम सफल रहा: किसान नेता दर्शन पाल सिंह
किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने आज किसानो के चक्का जाम को सफल बताते हुए कहा कि ‘चक्का जाम’ सफल और शांतिपूर्ण रहा। कर्नाटक और तेलंगाना में कुछ समस्या सामने आई है, कुछ लोगों को हटाया गया है। आने वाले दिनों में आंदोलन को आगे बढ़ाने पर आज बैठक में चर्चा हुई है।’
यूपी और उत्तराखंड को चक्का जाम से बाहर रखने के भाकियू नेता राकेश टिकैत के बयान पर दर्शन पाल सिंह ने कहा कि ‘टिकैत जी को लगा कि उत्तराखंड और यूपी में दंगे हो सकते हैं, इसके बाद तुरंत उन्होंने प्रेस में बयान दिया। अगर और लोगों से बात करके कोई बयान देते तो अच्छा होता। उन्होंने बाद में हमसे बात की, मैं मानता हूं कि जल्दबाजी में ऐसा नहीं करना चाहिए था।’
लुधियाना में चक्का जाम के दौरान लहराया भिंडरावाले का झंडा:
इस बीच किसानो के चक्का जाम के दौरान लुधियाना में किसी शरारती तत्व ने भीड़ में भिंडरावाले का झंडा फहराया। इस घटना को लेकर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि ‘बात करेंगे। अगर ऐसा हुआ है तो गलत हुआ। जो चीज प्रतिबंधित है वो नहीं लगानी चाहिए।’