किसान आंदोलन से लेकर व्हाट्सएप चैट लीक तक, राहुल ने सरकार पर किये कड़े प्रहार
नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों से बात करते हुए सरकार पर हमला बोला। उन्होंने किसान आंदोलन से लेकर चीन और व्हाट्सएप चैट लीक को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया। इस अवसर पर राहुल गांधी ने कृषि कानूनो पर एक बुकलेट भी जारी की।
प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने किसान आंदोलन को अपना समर्थन जताते हुए कहा कि हम सभी को किसानों को अपना पूरा का पूरा समर्थन देना है। ये हिंदुस्तान की सच्चाई है ये तीन कानून एक प्रक्रिया है, ये यहां नहीं रूकने वाले। इनका लक्ष्य हिन्दुस्तान के किसान को खत्म करना और पूरा कृषि का सिस्टम अपने तीन-चार मित्रों को देना है।
उन्होंने कहा कि सरकार किसानों का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है, सरकार किसानों से बात करने के लिए कह रही है। 9 बार बात हो गई, सरकार मामले में कोर्ट को घसीटती जा रही है।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हर इंडस्ट्री में चार-पांच लोगों का एकाधिकार बढ़ रहा है, मतलब इस देश के चार-पांच नए मालिक हैं। आज तक खेती में एकाधिकार नहीं हुआ। नरेंद्र मोदी चार-पांच लोगों के हाथों में खेती का पूरा ढांचा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर आप पिछले 6-7 साल को देखें तो हर इंडस्ट्री में उन्हीं चार-पाँच लोगों का एकाधिकार बन रहा है। एयरपोर्ट या टेलीकॉम देखिए, जहां भी आप देखेंगे तो इन्हीं लोगों का एकाधिकार।
सरकार और किसानो के बीच बातचीत बेनतीजा रहने को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि सरकार किसानों को भटकाने की कोशिश कर रही है। सरकार किसानों से कह रही है कि, बात करिए हमसे। 9-10 बार की बातचीत हो चुकी है लेकिन सरकार इसे घसीटते जा रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से ज्यादा समझ हिंदुस्तान के किसान को है कि क्या हो रहा है क्या नहीं हो रहा है। यही सच्चाई है और इसका एक ही उपाय है कि इन तीन काले क़ानूनों को वापस लेना पड़ेगा।
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार और उनका अहंकार समझता है कि किसानों को थकाया जा सकता है, उन्हें बेवकूफ बनाया जा सकता है। किसानों को ना तो थकाया जा सकता है, ना उन्हें बेवकूफ बनाया जा सकता है।
राहुल गांधी ने कहा कि हमारे मिडिल क्लास भाइयों और युवाओं को समझना होगा कि किसान अपनी रक्षा नहीं कर रहे हैं बल्कि वो आपकी और आपके भोजन की रक्षा कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि कैसे एक पूरा ढांचा था जो इन लोगों की रक्षा करता था। उसमें मंडियाँ और आवश्यक वस्तु अधिनियम शामिल था, लीगल सिस्टम शामिल था। ये तीन कानून खेती में एक बार फिर से आज़ादी से पहले वाली हालत करने जा रहे हैं।
चीन के खिलाफ रणनीति नहीं बना पा रही मोदी सरकार:
वहीँ एक सवाल के जबाव में राहुल गांधी ने कहा कि चीन अपनी रणनीति के तहत आगे बढ़ रहा है लेकिन हिंदुस्तान की सरकार चीन के खिलाफ कोई रणनीति तय नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि चीन के मुद्दे पर यदि सरकार जल्द नहीं जाएगी तो इससे देश को बड़ा नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि मैं विपक्षी दल से हूं, मेरी ज़िम्मेदारी है कि मैं सरकार को आगाह करूं और मैं इस काम को कर रहा हूं।
अर्नब की व्हाट्सएप चैट लीक पर राहुल ने सरकार को घेरा:
अभी हाल ही में रिपब्लिक टीवी के मुख्य संपादक अर्नब गोस्वामी और बार्क के पूर्व चेयरमैन पार्थो की व्हाट्सएप चैट लीक होने को लेकर पूछे गए सवाल के जबाव में राहुल गांधी ने कहा कि यह एक क्रिमिनल एक्ट है।
राहुल गांधी ने कहा कि बालाकोट हमले की जानकारी सिर्फ पांच लोगों को ही हो सकती है। प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, गृहमंत्री, एयरफोर्स चीफ या राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार। उन्होंने अर्नब गोस्वामी का नाम लिए बिना कहा कि उस जर्नलिस्ट को बालाकोट हमले की जानकारी इन्ही पांच लोगों में से ही कोई दे सकता है और जिसने बालाकोट हमले की जानकारी दी उसके खिलाफ भी कार्रवाही होनी चाहिए।