देश में लोकतंत्र पर छिड़ी बहस: राहुल ने स्वीडन की रिपोर्ट का हवाला देकर सरकार पर साधा निशाना

नई दिल्ली। देश में लोकतंत्र को लेकर एक बार फिर नए सिरे से बहस छिड़ गई है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्वीडन के एक मीडिया संस्थान की रिपोर्ट साझा करते हुए भारत में लोकतंत्र की स्थिति के लिए सरकार पर नए सिरे से हमला बोला है। राहुल गांधी इससे पहले भी देश में आज़ादी को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते रहे हैं।
गुरूवार को राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में एक स्क्रीनशॉट साझा करते हुए लिखा, “इंडिया इज नो लोंगर ए डेमोक्रेटिक कंट्री (India is no longer a democratic country), राहुल गांधी द्वारा साझा किये गए स्क्रीनशॉट में लिखा है कि पाकिस्तान की तरह अब भारत भी ऑटोक्रेटिक है। भारत की स्थिति बांग्लादेश से भी खराब है।
गौरतलब है कि अमेरिकी संस्था ‘फ्रीडम हाउस’ की रिपोर्ट के एक हफ्ते बाद ही स्वीडिश संस्था वी-डेमोक्रेसी ने भी भारत में लोकतंत्र की स्थिति पर चिंता जताई है। वी-डेमोक्रेसी ने भारत को ‘इलेक्टोरल ऑटोक्रेसी’ यानी ‘चुनावी तानाशाही’ वाले देशों की सूची में शामिल किया है।
पिछले हफ्ते ‘फ्रीडम हाउस’ ने ‘डेमोक्रेसी अंडर सीज’ नाम से जारी अपनी रिपोर्ट में भारत को ‘आंशिक रूप से स्वतंत्र’ श्रेणी में रखा था। हालांकि भारत सरकार ने उस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए रिपोर्ट को ‘भ्रामक, गलत और अनुचित’ करार देते हुए खारिज कर दिया है।
फ्रीडम हाउस की रिपोर्ट में क्या लिखा था :
फ्रीडम हाउस ने अपनी रिपोर्ट ‘फ्रीडम इन द वर्ल्ड 2021- डेमोक्रेसी अंडर सीज’ में कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार व उसके राज्य स्तरीय सहयोगी दलों ने इस साल अपने आलोचकों पर कार्रवाई करती रही। सरकार के सख्त लॉकडाउन के कारण लाखों प्रवासी श्रमिकों को अनियोजित व खतरनाक विस्थापन का सामना करना पड़ा।
बीजेपी ने किया पलटवार:
देश में लोकतंत्र को लेकर राहुल गांधी द्वारा किये गए ट्वीट पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि यदि राहुल गांधी को लगता है कि अब हिंदुस्तान लोकतांत्रिक देश नहीं है और पाकिस्तान बन गया है तो वो मुक्त हैं, बोरिया बिस्तर उठा कर अपनी नानी के घर जाएं और वहा से चुनाव लड़ें।