पुडुचेरी: राहुल बोले, “छोटे और मध्यम व्यवसायों पर हमला कर रही मोदी सरकार”

पुडुचेरी: राहुल बोले, “छोटे और मध्यम व्यवसायों पर हमला कर रही मोदी सरकार”

नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए छोटे और मध्यम व्यवसायों को नष्ट करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि सिर्फ दो तीन सबसे अमीर लोगों के हाथ में देश के सभी कारोबारों की बागडोर दे दी जाए।

पुडुचेरी में राहुल गांधी ने राहुल गांधी ने मछुआरों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने सबसे अमीर लोगों का 10 लाख करोड़ रुपए का कर्ज माफ किया है। कोविड के दौरान, भारत में सबसे अमीरों को उपहार के रूप में डेढ़ लाख करोड़ रुपये दिए गए थे, लेकिन जब घर जा रहे मजदूरों ने रेल/बस का टिकट मांगा, तो उन्हें एक रुपए नहीं दिया गया।

उन्होंने कहा कि मीडिया भारत में 1-2 बड़े व्यवसायों का साधन है और इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि गरीब खुद को व्यवस्थित करें और कांग्रेस पार्टी के पास वह सिस्टम और संरचना हैं जहां गरीब अपनी मांगों और मुद्दों के साथ आ सकते हैं।

राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि 1-2 बहुत अमीर लोग पूरे समुद्र को नियंत्रित करें और हम चाहते हैं कि लाखों भारतीय मछुआरे समुद्र को नियंत्रित करें। यही अंतर है। आपको यह समझना होगा कि मीडिया गरीब लोगों के स्वामित्व में नहीं है, मीडिया गरीबों के मुद्दों में दिलचस्पी नहीं रखती है।

राहुल गांधी ने कहा कि हम छोटे और मध्यम व्यवसायों को मजबूत करना चाहते हैं क्योंकि हमारा मानना है कि इस देश की ताकत हैं। चाहे वह नोटबंदी, जीएसटी या सरकार की कोरोना पर प्रतिक्रिया हो, इन सभी को छोटे और मध्यम व्यवसायों को कमजोर करने के लिए तैयार किया गया है।

उन्होंने कहा कि सरकार सभी छोटे और मध्यम व्यवसायों पर हमला कर रही है क्योंकि वे चाहते हैं कि भारत में सभी व्यवसाय बड़े कॉर्पोरेट्स द्वारा नियंत्रित हों। हमारा दृष्टिकोण पूरी तरह से अलग है।

वहीँ इससे पहले राहुल गांधी ने पुडुचेरी में भारतीदासन गवर्नमेंट महिला कॉलेज में बोलते हुए कृषि क़ानूनो को लेकर कहा कि अब छोटे और मध्यम उद्योगों, किसानों पर होलसेल अटैक हो रहा है। 3 नए कृषि क़ानून बने हैं जो भारत के कृषि क्षेत्र को नष्ट कर देंगे और इसे 3-4 व्यापारियों के हाथ में दे देंगे। हम इन क़ानूनों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, मैं व्यक्तिगत रूप से इन क़ानूनों के खिलाफ लड़ रहा हूं।

उन्होंने कहा कि अगर 3-4 बड़ी कंपनियां देश को चलाएंगी तो हमारा भविष्य क्या होगा। यह आप लोगों को समझना जरूरी है कि इस देश में रोज़गार छोटे और मध्यम उद्योगों, किसानों, ट्रेडर्स उपलब्ध कराते हैं। यह देश की रीड की हड्डी है।

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TeamDigital