पेगासस हैकिंग: राहुल बोले, ‘आपके फोन में ‘वो’ क्या पढ़ रहे हैं, हमें पता है’

पेगासस हैकिंग: राहुल बोले, ‘आपके फोन में ‘वो’ क्या पढ़ रहे हैं, हमें पता है’

नई दिल्ली। पेगासस हैकिंग के खुलासे को लेकर संसद के मानसून सत्र में घमासान होने के आसार बनते दिख रहे हैं। इस बीच पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेगासस हैकिंग से जुडी रिपोर्ट में 300 भारतीय लोगों के फोन हैकिंग के खुलासे के बाद सरकार पर निशाना साधा है।

राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘हमें पता है ‘वो’ क्या पढ़ रहे हैं, जो भी आपके फोन में है।’ माना जा रहा है कि इस पूरे मुद्दे पर मानसून सत्र में विपक्ष सरकार पर चढ़ाई करेगा।

हालांकि पेगासस हैकिंग को लेकर आई रिपोर्ट पर सरकार ने अपना पल्ला झाड़ते हुए इसे सिरे से खारिज कर दिया है। सरकार ने कहा,‘इससे जुड़ा कोई ठोस आधार या सच्चाई नहीं है।’सरकार ने मीडिया रिपोर्टों को खारिज करते हुए कहा,‘‘भारत एक लचीला लोकतंत्र है और वह अपने सभी नागरिकों के निजता के अधिकार को मौलिक अधिकार के तौर पर सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

क्या है पूरा मामला:

अमेरिका के प्रमुख अख़बार वाशिंगटन पोस्ट और 16 अन्य मीडिया भागीदारों द्वारा की गई एक जांच के अनुसार, एक निजी इजरायली फर्म ने अपने स्वयं के नागरिकों की निगरानी में शामिल होने के लिए जाने जाने वाले कई विदेशी सरकारी समूहों को सैन्य-ग्रेड स्पाइवेयर का लाइसेंस दिया।

एनएसओ समूह को उन देशों के लिए लाइसेंस प्राप्त पेगासस स्पाइवेयर मिला, जिन्होंने पत्रकारों, कार्यकर्ताओं, व्यापार अधिकारियों, राष्ट्राध्यक्षों, प्रधानमंत्रियों, सऊदी शाही परिवार के सदस्यों और जमाल खशोगी के मंगेतर सहित 50,000 फोन नंबरों को लक्षित किया। इसमें भारत का भी नाम है।

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत के करीब 300 फोन नंबर को इस दौरान हैक किया गया था. अधिकतर नंबर को 2018 और 2019 के बीच हैक किया गया था।

क्या है पेगासस स्पाइवेयर:

पेगासस एक मैलवेयर है जो आईफोन और एंड्रॉइड डिवाइस को हैक कर लेता है। इससे मैलवेयर भेजने वाला शख्स उस फोन मे मौजूद मैसेज, फोटो और ईमेल तक को देख सकता है। इतना ही नहीं, यह साफ्टवेयर उस फोन पर आ रही कॉल को रिकॉर्ड भी कर सकता है। इस साफ्टवेयर से फोन के माइक को गुप्त रूप से एक्टिव किया जा सकता है।

 

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TeamDigital