आंदोलनकारी किसानो के समर्थन में राहुल का बड़ा बयान, “कृषि कानून देश के लिए भी घातक”
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसानो द्वारा किये गए तीन घंटे के चक्का जाम के बीच पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बड़ा बयान दिया है। गौरतलब है कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसान संगठनों के चक्का जाम का कांग्रेस ने समर्थन किया था।
राहुल गांधी ने तीनो कृषि कानूनों को देश के लिए घातक बताया है। उन्होंने कहा, ‘अन्नदाता का शांतिपूर्ण सत्याग्रह देशहित में है, लेकिन ये तीन कानून सिर्फ किसान-मजदूर के लिए ही नहीं, जनता और देश के लिए भी घातक हैं।’
इससे पहले कल किसानो के चक्का जाम के समर्थन का एलान करते हुए पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा कि पार्टी कार्यकर्ता नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होंगे।
कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस पहले ही किसान आंदोलन के समर्थन का एलान कर चुकी है। इतना ही नहीं तीनो कृषि कानूनों किसानों का उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, 2020, मूल्य आश्वासन पर किसान सशक्तिकरण और संरक्षण समझौता, कृषि सेवा अधिनियम 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम, 2020 के खिलाफ कांग्रेस सड़क से संसद तक सरकार के खिलाफ विरोध जता रही है।
किसान आंदोलन जारी:
कृषि कानूनों के विरोध में आज किसान संगठनों के दोपहर 12 बजे से 03 बजे तक चक्का जाम के आह्वान के बीच आज 72वे दिन भी किसान आंदोलन जारी है। इस बीच किसान आंदोलन को देशभर में खड़ा करने के लिए किसान नेताओं ने प्रयास शुरू कर दिए हैं।
7 फरवरी को सुनहेड़ा बॉर्डर पर किसान महापंचायत:
किसान आंदोलन के समर्थन में हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में बसे मेवात के किसानों, खाप और पालों की महापंचायत 7 फरवरी को सुनहेड़ा बॉर्डर पर आयोजित की गई है। महापंचायत’में किसान नेता सरदार गुरुनाम चढूनी और स्वराज अभियान के योगेंद्र सिंह यादव भी शामिल होंगे।
दादरी में भी कल महापंचायत:
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत 7 फरवरी को ही दादरी के चरखी गांव में किसानों की ‘महापंचायत’ को संबोधित करेंगे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सांगवान खाप प्रमुख सोमबीर सांगवान ने बताया कि सात फरवरी को चरखी गांव स्थित एससीआर स्कूल में किसान महापंचायत का आयोजन किया जाएगा।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत जगह जगह किसान पंचायतो में भाग ले रहे हैं। टिकैत ने आज गाज़ीपुर बॉर्डर पर कहा कि सरकार कृषि क़ानूनों को वापस ले और MSP पर क़ानून बनाए नहीं तो आंदोलन जारी रहेगा। हम पूरे देश में यात्राएं करेंगे और पूरे देश में आंदोलन होगा।