शहीद हुए किसानो को लेकर राहुल का बीजेपी पर हमला: जो मेरे मौन से डरते हैं, मैं उनसे नहीं डरता

शहीद हुए किसानो को लेकर राहुल का बीजेपी पर हमला: जो मेरे मौन से डरते हैं, मैं उनसे नहीं डरता

नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। इस बार राहुल गांधी ने किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानो को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा।

राहुल गांधी ने कहा कि शहीद हुए अन्नदाताओं के लिए मेरा 2 मिनट का मौन भाजपा को स्वीकार नहीं। उन्होंने बीजेपी का नाम लिए बिना कहा कि जो मेरे मौन से डरते हैं, मैं उनसे नहीं डरता।

गुरूवार को राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, “शहीद हुए अन्नदाताओं के लिए मेरा 2 मिनट का मौन भाजपा को स्वीकार नहीं। अपने किसान-मज़दूर भाइयों के बलिदान को मैं बार-बार श्रद्धांजलि दूँगा। जो मेरे मौन से डरते हैं, मैं उनसे नहीं डरता!”

मेघालय के राज्यपाल ने भी उठाया था यही मुद्दा:

गौरतलब है कि लोकसभा के बजट सत्र के पहले चरण में राहुल गांधी किसानों के मुद्दे पर बोलते हुए अचानक श्रद्धांजलि देने लगे थे और मौन रखने को कहा था। इस पर भाजपा ने आपत्ति दर्ज कराई थी और खासा विवाद हुआ था।

वहीँ शहीद किसानो को श्रद्धांजलि देने के मामले में राहुल गांधी को मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का साथ मिला है। सत्यपाल मलिक ने हाल ही में उत्तर प्रदेश में एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए केंद्र सरकार की आलोचना की थी।

बीते रविवार को रविवार को उत्तर प्रदेश के अपने गृह जनपद में एक कार्यक्रम में शामिल हुए सत्यपाल मलिक ने कहा कि केंद्र सरकार फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी मान्यता दे दे तो किसान मान जाएंगे।

इतना ही नहीं सत्यपाल मलिक ने कहा, ”कोई भी कानून किसान के पक्ष में नहीं है। जिधर भी जाते हैं वहां लाठीचार्ज हो जाता है। जिस देश का किसान और जवान जस्टिफाइड नहीं होगा उस देश को कोई बचा ही नहीं सकता।”

मलिक ने कहा, ”सरदार कौम पीछे नहीं हटती और 300 साल बाद भी बात नहीं भूलती। इंदिरा गांधी ने भी ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद महामृत्युंजय मंत्र का जाप कराया था।” मलिक ने यह भी कहा कि उन्होंने जब किसान नेता राकेश टिकैत की गिरफ्तारी की सुगबुगाहट सुनी तो फोन करके इसे रुकवाया।

राज्यपाल ने कहा कि देश में किसान का बुरा हाल है। किसान प्रतिदिन गरीब हो रहा है जबकि सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों का वेतन हर तीसरे साल बढ़ जाता है।

उन्होंने किसानो की मांगो का समर्थन करते हुए कहा कि किसान जो बोता है वो सस्ता और जो खरीदता है वो महंगा हो जाता है। इन्हें तो पता भी नही है कि ये बिना जाने ही गरीब कैसे हो रहे हैं। मलिक ने कहा, ‘‘मैं किसान परिवार से हूं, इसलिए उनकी तकलीफ समझता हूं। किसानों की समस्या हल कराने के लिए जहां तक जाना पड़ेगा जाऊंगा।’’

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TeamDigital