राहुल गांधी ने उठाई महबूबा मुफ़्ती की रिहाई के लिए आवाज़
नई दिल्ली। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती की रिहाई की मांग की है। गौरतलब है कि महबूबा मुफ़्ती की नज़रबंदी तीन महीने और बढ़ाई गई है।
राहुल गांधी ने महबूबा मुफ़्ती की रिहाई की मांग करते हुए कहा कि ‘भारत का लोकतंत्र उस समय क्षतिग्रस्त हो गया जब भारत सरकार ने गैरकानूनी रूप से राजनीतिक नेताओं को बंदी बनाया। यह सही समय है जब महबूबा मुफ्ती को रिहा किया जाए।’
इस पहले पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने भी महबूबा मुफ़्ती की नज़रबंदी की अवधि तीन महीने बढ़ाये जाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि महबूबा मुफ़्ती की नज़रबंदी को सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (पीएसए) के तहत आगे बढ़ाया जाना कानून का दुरूपयोग है। उन्होंने सवाल किया कि 61 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा कैसे हो सकती है।
चिदंबरम ने कहा कि ‘मैं अनुच्छेद 370 को निरस्त करने को चुनौती देने वाले उच्चतम न्यायालय में एक मामले में पेश वकील में से एक हूं। अगर मैं अनुच्छेद 370 के खिलाफ बोलूं- जैसा कि मुझे करना चाहिए- क्या यह सार्वजनिक सुरक्षा के लिए खतरा है? हमें सामूहिक रूप से अपनी आवाज बुलंद करनी चाहिए और महबूबा मुफ्ती को रिहा करें की मांग करनी चाहिए।’