राहुल ने बताया “मोदी सरकार के फैसलों से कैसे कमज़ोर हो रही अर्थव्यवस्था”
नई दिल्ली। भारत की जर्जर होती अर्थव्यवस्था को लेकर पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज एक वीडियो जारी कर अर्थव्यवस्था कमज़ोर होने के कारणों को देश के सामने रखा।
अपने वीडियो में राहुल गांधी ने कहा कि आप यह मत सोचिए कि लॉकडाउन के पीछे सोच नहीं थी। यह मत सोचिए कि आखिरी मिनट पर लॉक डाउन कर दिया गया। इन तीनों का लक्ष हमारे असंगठित सेक्टर को खत्म करने का है।
उन्होंने कहा कि पिछले 6 साल से , बीजेपी की सरकार ने असंगठित व्यवस्था पर आक्रमण किया है। 3 बड़े उदाहरण तो मैं आपको अभी दे देता हूं नोटबंदी, गलत जीएसटी और लॉकडाउन।
संगठित क्षेत्र का उदाहरण देते हुए राहुल ने कहा कि असंगठित व्यवस्था को ध्वस्त करने में नोटबंदी, गलत जीएसटी और लॉकडाउन का योगदान है। भाजपा सरकार ने अपने इन तीन हथियारों से हमारी अर्थव्यवस्था पर आक्रमण किया है।
उन्होंने कहा कि भारत को हर आर्थिक तूफान से बचाने में असंगठित क्षेत्र ने ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। असंगठित क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था के रक्षक की भूमिका निभाते हैं।
मनमोहन सरकार का उदाहरण देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि पूरे विश्व में जब आर्थिक मंदी आई थी; उस वक्त भारत ही ऐसा देश था जो आर्थिक मंदी से खुद भी बचा था और दूसरे देशों को भी बचाया था। मनमोहन सिंह जी ने देश को आर्थिक मंदी से बचाने के लिए असंगठित क्षेत्र को ढ़ाल के रूप में इस्तेमाल किया था।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि नोटबंदी, जीएसटी और लॉकडाउन सरकार की सोची समझी साजिश थी- असंगठित क्षेत्र को खत्म करने की साजिश। इस साजिश को पहचानना जरूरी है। हमें इस आक्रमण को पहचानना पड़ेगा और पूरे देश को मिलकर इसके खिलाफ लड़ना पड़ेगा।
राहुल गांधी ने असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि आप ही इस देश को चलाते हो आप ही इस देश को आगे ले जाते हो और आप ही के खिलाफ साजिश हो रही है। आपको ठगा जा रहा है और आपको गुलाम बनाने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने असंगठित क्षेत्र कमज़ोर होने पर बेरोज़गारी बढ़ने के खतरे का ज़िक्र करते हुए कहा कि हिंदुस्तान रोजगार पैदा नहीं कर पाएगा? क्योंकि असंगठित सेक्टर 90% से ज्यादा रोजगार देता है। जिस दिन असंगठित सेक्टर नष्ट हो गया उस दिन हिंदुस्तान रोजगार नहीं पैदा कर पाएगा।
राहुल गांधी ने केंद्र पर असंठित कामगारों को कमज़ोर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि असंगठित सेक्टर में किसानों, मजदूरों, छोटे बिजनेस, दुकानदारों के पास लाखों करोड़ों रुपए हैं। जिसको ये लोग छू नहीं सकते। इसको यह लोग तोड़ना चाहते हैं पैसा लेना चाहते हैं।