ब्रिटेन के इतिहास में पहली बार मुस्लिम महिला बनी जज, हिजाब पहनकर सुनाएंगी फैसले

ब्रिटेन के इतिहास में पहली बार मुस्लिम महिला बनी जज, हिजाब पहनकर सुनाएंगी फैसले

लंदन। ब्रिटेन के इतिहास में पहली बार एक मुस्लिम महिला जज बनी है। पहली बार जज के तौर पर ब्रिटेन के किसी कोर्ट में कोई मुस्लिम महिला जज की कुर्सी पर बैठी दिखाई देगी।

राफेया अरशद नामक यह मुस्लिम महिला जल्द ही मिडलैंड में डिप्टी अटार्नी जनरल का पद संभालेंगी। राफेया का चर्चा इसलिए भी हो रहा है क्यों कि वह हिसाब पहनती हैं।

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जब एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि क्या जज की कुर्सी संभालने के बाद वे कोर्ट में हिजाब पहनकर जाएंगी ? इसके जबाव में राफेया ने साफ़ तौर पर कहा कि मेरे हिजाब पहनने से मेरा कोई काम प्रभावित नहीं होता। इसलिए इस पर सवाल जायज नहीं है।

राफेया स्कूल टाइम से हिजाब करने की आदी हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राफेया ने कहा कि वह हिजाब में खुद को गौरवान्वित अनुभव करती है और इससे उसके अंदर आत्मविश्वास पैदा होता है।

राफेया अरशद ब्रिटेन में कई कानूनी संस्थाओं की सदस्य हैं और उन्होंने इस्लामी घर परिवार और इस्लामी कानूनों का अध्ययन किया है। उन्हें इस क्षेत्र का विशेषज्ञ समझा जाता है।

राफेया के जज बनने को लेकर इसलिए भी चर्चाएं हो रही हैं कि वे जिस समय जज के तौर पर उस दौर में एक बड़ी ज़िम्मेदारी संभालने जा रही हैं, जब अमेरिका और यूरोप के इलाको में इस्लामोफोबिया चरम पर है।

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TeamDigital