कांग्रेस को किनारे रख 2024 के लिए विपक्ष का मोर्चा बनाने की कवायद: शरद पवार से मिलीं ममता

कांग्रेस को किनारे रख 2024 के लिए विपक्ष का मोर्चा बनाने की कवायद: शरद पवार से मिलीं ममता

मुंबई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज मुंबई में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की। अपने मुंबई दौरे के दौरान ममता बनर्जी कांग्रेस से नाराज़ दिखीं और उन्होंने कांग्रेस का नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा कि “कहां है यूपीए”

ममता बनर्जी ने शरद पवार से मुलाकात के बाद कहा कि यूपीए नाम की कोई चीज अब नहीं बची हैं। उन्होंने कहा कि मैं महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे और शरद पवार से मुलाक़ात करने के लिए आईं थीं। आज देश में जैसा फासीवाद चल रहा है, इसके ख़िलाफ़ देश में एक मज़बूत वैकल्पिक फोर्स बनाना चाहिए। इसलिए मैं शरद पवार के पास राजनीतिक चर्चा करने के लिए आईं हुईं हूं।

वहीँ ममता बनर्जी से मुलाकात के बाद एनसीपी सुर्पीमो शरद पवार ने कहा कि हमारी ममता बनर्जी के साथ बातचीत हुई। आज की स्थिति में राष्ट्रीय स्तर पर समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ आना चाहिए और सामूहिक नेतृत्व के लिए एक मजबूत विकल्प तैयार करना चाहिए। हम 2024 के आम चुनाव के बारे में भी सोच रहे हैं।

कांग्रेस ने किया पलटवार:

ममता बनर्जी के बयान पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने पलटवार किया है। अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि क्या ममता बनर्जी को नहीं पता UPA क्या है? ममता बनर्जी को लगा कि पूरा भारत ममता ममता करना शुरू कर दिया है। भारत का मतलब बंगाल नहीं है और बंगाल का मतलब भारत नहीं है। बंगाल में ममता बनर्जी और भाजपा ने जो सांप्रदायिक खेल खेला था, वह अब उजागर हो रहा है।

यूपीए अध्यक्ष को लेकर है विवाद:

दरअसल शिवसेना ने यूपीए अध्यक्ष पद की कमान शरद पवार को सौंपे जाने का मामला उठाया था। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा था कि बीजेपी के खिलाफ यूपीए को और ताकतवर बनाये जाने के लिए शरद पवार को कमान मिलनी चाहिए।

एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार बीजेपी के खिलाफ 2024 के चुनाव के लिए विपक्ष का राष्ट्रीय स्तर पर गठजोड़ बनाये जाने की वकालत कर चुके हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष का कोई गठजोड़ बनाये जाने में कांग्रेस को नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता क्यों कि ये सबसे पुरानी पार्टी है।

इसके बाद से लगातार यूपीए और विपक्ष की एकता को लेकर सवाल उठते रहे हैं। अब यही सवाल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी उठा रही हैं। हालांकि ममता बनर्जी ने कांग्रेस या कांग्रेस के किसी नेता का नाम लेकर कोई हमला नहीं किया है लेकिन यूपीए पर सवाल उठाने का मतलब ही यही है कि बात यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी को अप्रत्यक्ष रूप से टारगेट किया जा रहा है।

गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद से तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के बीच दूरियां बढ़ती जा रही हैं। ममता बनर्जी ने अपने दिल्ली दौरे के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने से भी परहेज किया।

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