धर्म संसद में भड़काऊ भाषण: पुलिस ने वसीम रिज़वी सहित अन्य के खिलाफ दर्ज किया मामला
नई दिल्ली। हरिद्वार में हिन्दू धर्म संसद के आयोजन के नाम पर भड़काऊ भाषण मामले में उत्तराखंड पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। इस धर्म संसद के आयोजन के दौरान न सिर्फ भड़काऊ भाषण दिए गए बल्कि एक धर्म विशेष के लोगों के कत्लेआम की बात भी कही गई।
इस मामले में वीडियो वायरल होने के बावजूद भी पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाही नहीं होने पर मीडिया में सवाल उठ रहे थे। अब हरकत में आई उत्तराखंड पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। उत्तराखंड पुलिस ने यह मामला ज्वालापुर के स्थानीय निवासी गुलबहार खान की तहरीर पर दर्ज किया है।
न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, “सोशल मीडिया पर धर्म विशेष के खिलाफ भड़काऊ भाषण देकर नफरत फैलाने संबंधी वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी एवं अन्य के विरुद्ध कोतवाली हरिद्वार में धारा 153A IPC के अंतर्गत मामला पंजीकृत किया है और विधिक कार्यवाही प्रचलित है।”
हरिद्वार के वेद निकेतन में हुई धर्म संसद में दिए गए विवादित बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इस मामले को लेकर आरटीआई कार्यकर्ता और तृणमूल कांग्रेस के नेता साकेत गोखले ने भी ज्वालापुर कोतवाली को शिकायत भेजी है। उन्होंने यह जानकारी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर दी। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रवक्ता साकेत गोखले ने ट्वीट करके बताया कि उन्होंने ज्वालापुर पुलिस स्टेशन में एसएचओ को शिकायत दी है।
उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि 24 घंटे में आयोजकों और वक्ताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज न करने पर न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष वाद किया जाएगा। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि इस धर्म संसद में बीजेपी के नेता और कई संत मौजूद थे।
गौरतलब है कि 17 से 20 दिसंबर के बीच हरिद्वार के खड़खड़ी स्थित वेद निकेतन आश्रम में आयोजित हुई तीन दिवसीय धर्म संसद डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरी, हिन्दू रक्षा सेना के अध्यक्ष प्रबोधानंद गिरी, साध्वी अन्नपूर्णा उर्फ़ पूजा शकुन पांडे, स्वामी आनंद स्वरुप के अलावा बीजेपी महिला मोर्चा की नेता उदिता त्यागी तथा ज़मानत पर रिहा चल रहे बीजेपी नेता अश्वनी उपाध्याय मौजूद थे।
इस तीन दिवसीय धर्म संसद में म्यांमार की तर्ज़ पर भारत में एक धर्म विशेष के लोगों के कत्लेआम की बात कही गई। इतना ही नहीं वक्ताओं ने एक धर्म विशेष के खिलाफ नफरतभरे बयान दिए जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।