किसानो का फरमान: दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा नहीं देंगे तब तक उनकी एंट्री बंद

किसानो का फरमान: दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम पद से इस्तीफा नहीं देंगे तब तक उनकी एंट्री बंद

नई दिल्ली। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानो द्वारा आज उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के लिए बनाया गया हैलीपैड उखाड़े जाने के बाद अब दुष्यंत चौटाला के सुर बदलते नज़र आ रहे हैं। दुष्यंत चौटाला ने अब कहा है कि नए कृषि कानूनों में संशोधनो की ज़रूरत है।

वहीँ इससे पहले दुष्यंत चौटाला का कहना था कि कृषि कानूनों पर किसानो को सही जानकारी उपलब्ध कराये जाने की ज़रूरत है, जिससे उनके भ्रम दूर हो सकें। चौटाला ने यह भी कहा था कि उनके सरकार में रहते एमएसपी नहीं खत्म की जायेगी।

हालांकि हरियाणा में किसानो के विरोधी सुर को देखते हुए दुष्यंत चौटाला ने अपनी पार्टी की बैठक बुलाकर पार्टी विधायकों से भी बातचीत की और इसके बाद वे दिल्ली में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मिले थे।

आज किसानो का विरोध झेलने के बाद हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि नए कृषि कानून में बदलाव की जरूरत है, इसके लिए केंद्र सरकार को पत्र लिखा गया है। केंद्र सरकार भी इसके लिए राजी है।”

इससे पहले आज किसानो ने उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के कार्यक्रम का विरोध जताते हुए चौटाला वापस जाओ के नारे लगाए। दुष्यंत चौटाला जींद के उचाना हल्के से ही विधायक हैं और आज अपने विधानसभा में ही उनका दौरा प्रस्तावित था।

किसानों का कहना है कि जब तक दुष्यंत चौटाला किसानों का समर्थन नहीं करेंगे, तब तक उन्हें इस क्षेत्र में घुसने नहीं दिया जाएगा। किसानों ने कहा कि दुष्यंत चौटाला इस्तीफा दे कर किसानों के बीच में आएं। इसके जो भी नेता यहां आएगा, उसका भी इसी तरह विरोध किया जाएगा।

किसानो ने कहा दुष्यंत चौटाला के दादा और पूर्व उप-प्रधानमंत्री देवी लाल ने किसानों के लिए कुर्सी को लात मार दी थी, लेकिन दुष्यंत चौटाला ने कुर्सी के लिए किसानो को लात मार दी। किसानों ने कहा अब जब तक तक दुष्यंत चौटाला अपना इस्तीफा देकर किसानों के बीच में नहीं आते हैं, तब तक उनकी हल्के में एंट्री बैन कर दी गई है।

 

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TeamDigital