गुजरात: बीजेपी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी होने के बाद कई जगह विरोध शुरू

गुजरात: बीजेपी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी होने के बाद कई जगह विरोध शुरू

अहमदाबाद। गुजरात में भारतीय जनता पार्टी द्वारा विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम की पहली लिस्ट जारी करने के साथ ही भाजपा में विरोध के सुर उभर कर सामने आने शुरू हो गए हैं। भाजपा के 160 उम्मीदवारों की पहली सूची में शामिल किये गए उम्मीदवारों को लेकर राज्य में कई जगहों पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने विरोध किया है।

गौरतलब है कि भाजपा ने गुरुवार को घोषित अपनी पहली सूची में एक पीढ़ीगत बदलाव को प्रभावित करने के लिए नए चेहरों को मौका देने के नाम पर पार्टी के कई दिग्गजों सहित 38 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिए है। भाजपा गुजरात चुनाव के लिए अब तक 160 उम्मीदवारों के नाम का एलान कर चुकी है तथा अन्य 22 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा बाद में की जाएगी।

बीजेपी ने पहली लिस्ट में जिन 160 उम्मीदवारों के नाम का एलान किया है उनमे कई उम्मीदवारों को लेकर सवाल उठ रहे हैं। अहमदाबाद की नरोदा सीट से भाजपा ने 29 वर्षीय पायल कुकरानी को टिकट दिया, जिनके पिता मनोज को 2002 के नरोदा पाटिया दंगों के मामले में दोषी ठहराया गया था और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं।

स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं ने हाईकमान के इस फैसले पर नाराज़गी जताई है। पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि कुकरानी के स्थान किसी अन्य को उम्मीदवार बनाया जाए , कुकरानी की मां रेशमा पहले से ही अहमदाबाद के सैजपुर में पार्टी का प्रतिनिधित्व करने वाली एक नगरपालिका पार्षद हैं।

बीजेपी ने गोधरा सीट से जिन सीके राउलजी को उम्मीदवार बनाया है, उन्होंने जिला जेल सलाहकार समिति के सदस्य रहते हुए बिलकिस बानो बलात्कार और नरसंहार मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे दोषियों की समयपूर्व रिहाई की सिफारिश की थी। इतना ही नहीं राउलजी ने बिलकिस बानो मामले दोषियों की समयपूर्व रिहाई को सही ठहराते हुए कहा था कि “उनका आचरण अच्छा था और उनमें से कई ब्राह्मण थे इसलिए उनके अच्छे संस्कार हैं।”

उम्मीदवारों को लेकर भाजपा को सौराष्ट्र में भी कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। सौराष्ट्र में कई स्थानों पर उम्मीदवारों का विरोध हो रहा है जिसमें भावनगर जिले के महुवा और बोटाद जिले के गढड़ा और बोटाद सीटों पर भी शामिल हैं।

महुवा में, पार्टी ने तलाला सीट से पूर्व विधायक शिव गोहिल को मैदान में उतारा है, जो महुवा के स्थानीय निवासी नहीं हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि पार्टी के एक स्थानीय नेता को उम्मीदवार बनाया जाए।

वहीँ बोटाद में पार्टी ने कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए नेता को उम्मीदवार बनाया है। अनुसूचित जाति समुदाय के लिए आरक्षित सीट गढड़ा में एक दलित नेता और पूर्व राज्यसभा सदस्य को मैदान में उतारा गया है, हालांकि वह भी इस क्षेत्र के स्थानीय निवासी नहीं हैं।

इसी तरह, वाघोड़िया में, पार्टी ने पांच बार विधायक रहे मधु श्रीवास्तव को टिकट देने से इनकार कर दिया है, जो निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ सकते हैं। वडोदरा जिले की एक अन्य सीट पर भी स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी द्वारा चुने गए उम्मीदवार का विरोध किया है.

उम्मीदवारों को लेकर हो रहे विरोध को बीजेपी के शीर्ष नेता अभी भी नकार रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि यह सामान्य बात है। कार्यकर्ताओं की नाराज़गी को जल्द दूर कर दिया जायेगा।

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TeamDigital