पंजाब की तरह देशभर में बीजेपी को पटरी से उतारेंगे किसान

पंजाब की तरह देशभर में बीजेपी को पटरी से उतारेंगे किसान

नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ आज किसान संगठनों के आह्वान पर किसानो का रेल रोको आंदोलन शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। रेल रोको आंदोलन का पंजाब और हरियाणा में व्यापक असर देखने को मिला वहीँ उत्तर प्रदेश में गाज़ियाबाद, हापुड़ में किसानो ने रेलवे ट्रेक पर धरना दिया।

बिहार के पटना में पप्पू यादव की जनअधिकार पार्टी (जाप) के कार्यकर्ताओं ने किसान आंदोलन के समर्थन में रेलवे ट्रेक पर धरना दिया और रेल रोकी। वहीँ पंजाब के अमृतसर, बठिंडा,  फतेहगढ़ साहिब, पटियाला तथा हरियाणा के अंबाला, हिसार, पलवल में किसानो ने रेलवे ट्रेक पर धरना दिया।

वहीँ भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने आज हिसार में कहा कि इनको(सरकार) लगता है कि फसल कटाई आ गई ये 1 महीने में चले जाएंगे।राजस्थान और पंजाब में फसल कटाई में 1 महीने का अंतर है। राजस्थान के किसान आएंगे और पंजाब वाले किसान अपनी फसल काटने चले जाएंगे।

उन्होंने कहा कि अगला लक्ष्य 40 लाख ट्रैक्टरों का है, देशभर में जाकर 40 लाख ट्रैक्टर इकट्ठा करेंगे। ज्यादा समस्या की तो ये ट्रैक्टर भी वहीं हैं, ये किसान भी वही है, ये फिर दिल्ली जाएंगे। इस बार हल क्रांति होगी, जो खेत में औजार इस्तेमाल होते हैं, वे सब जाएंगे।

देशभर में बीजेपी को बेपटरी करेंगे किसान:

आज रेल रोको आंदोलन संपन्न होने के बाद गाज़ीपुर बॉर्डर पर किसान नेताओं ने कहा कि यदि सरकार ने किसानो की मांगे जल्द नहीं मानी और कृषि कानून रद्द नहीं किये तो किसान आंदोलन 2024 तक चलेगा।

किसान नेताओं ने कहा कि सरकार किसानो के धैर्य का इम्तेहान ले रही है। सरकार भूल रही है कि जब किसान सरकार बनवा सकते हैं तो सरकार से हटा भी सकते हैं।

वहीँ सिंघु बॉर्डर पर एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि पंजाब में जिस तरह नगर निकाय के चुनाव में बीजेपी बेपटरी हो गई ठीक ऐसे ही उसे किसान देशभर में बेपटरी कर देंगे। प्रदर्शन में शामिल प्रदर्शनकारी ने कहा कि किसान कृषि कानून रद्द होने तक किसी भी कीमत पर घर वापस नहीं जाएगा और आने वाले चुनाव में बीजेपी को कड़ा सबक सिखाया जायेगा।

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TeamDigital