नागरिकता कानून के खिलाफ आज से तेज होगा आंदोलन, बिहार के अररिया में जुटे हज़ारो लोग
नई दिल्ली। नागरिकता कानून के खिलाफ देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच बिहार के अररिया में इस कानून के विरोध में आयोजित सभा में शामिल होने के लिए हज़ारो लोग जमा हुए हैं। इस सभा को गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी सहित कई राजनैतिक दलों और सामाजिक संगठनों के लोग संबोधित करेंगे।
वहीँ नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन अब दिल्ली के शाहीन बाग़ के धरने की तर्ज पट अनिश्चितकालीन धरने में बदल रहे हैं। दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया में और अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में चल रहा विरोध प्रदर्शन अब अनिश्चित कालीन धरने में तब्दील हो गया है।
देशभर में करीब 20 से अधिक शहरो में अनिश्चितकालीन धरने शुरू किये गए हैं। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के मनसूर अली पार्क, देवबंद, कानपुर के मोहम्मद अली पार्क में महिलाएं जहां रात-दिन धरने पर बैठी हैं तो बरेली के इस्लामिया कॉलेज में पुरुष धरने पर बैठे हैं। ऐसे ही बिहार की राजधानी पटना के सब्जीबाग में महिलाएं सीएए-एनआरसी के खिलाफ धरने पर बैठी हैं।
नागरिकता कानून के खिलाफ सबसे अधिक अनिश्चितकालीन धरने बिहार में चल रहे हैं। बिहार में सब्ज़ी बाग़ पटना, गया, मधुबनी, अरारिया, गोपालगंज, भैंसासुर (नालंदा), नवादा और समस्तीपुर शामिल हैं।
वहीँ उत्तर प्रदेश में अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, रोशन बाग़ इलाहाबाद, अली पार्क कानपूर, इस्लामिया मैदान, बरेली में नागरिकता कानून के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरने जारी हैं।
इसके अलावा महाराष्ट्र के नवी मुंबई और धुले, राजस्थान के कोटा और जयपुर, मध्य प्रदेश में इक़बाल मैदान, भोपाल और पश्चिम बंगाल के सर्कस पार्क, कोलकाता में भी नागरिकता कानून के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरने चल रहे हैं।
दिल्ली के शाहीन बाग़ के अलावा जामिया मिल्लिया इस्लामिया और आराम पार्क, खुरेजी में भी नागरिकता कानून के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरने लगातार जारी हैं।
शाहीन बाग के विरोध प्रदर्शनों से प्रेरित महिलाओं ने सोमवार की रात से खुरेजी में एकत्रित हुईं और सीएए-एनआरसी के विरोध में धरने पर बैठ गईं। खुरेजी में धरना शुरू होने के समय करीब 40-50 महिलाये थीं लेकिन धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ती गई और अब इसमें स्थानीय लोग भी शामिल होने लगे हैं।
नागरिकता कानून के खिलाफ सुप्रीमकोर्ट में दायर याचिकाओं पर 22 जनवरी को सुनवाई होनी है। माना जा रहा है कि नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध का सुर आज से और तेजी पकड़ेगा।
कल दिल्ली के शाहीन बाग़ में चल रहे धरने में पंजाब से आये किसानो से शामिल होकर प्रदर्शनकारियों का हौसला बढ़ाया था। रात्रि करीब 03 बजे शाहीन बाग़ की सड़क की लाइट बंद किये जाने और अचानक पुलिस अधिकारीयों के पहुंचने से प्रदर्शनकारियों का गुस्सा फूट पड़ा था।