किसान पंचायत में बोलीं प्रियंका, “मोदी सरकार ने पूंजीपतियों के फायदे के लिए बनाये कृषि कानून”
सहारनपुर। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने आज सहारनपुर में आयोजित कांग्रेस की किसान पंचायत में मोदी सरकार पर सीधा हमला बोला। कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार ने पूँजीपतियों के फायदे के लिए कृषि कानून बनाये।
प्रियंका गांधी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू जी ने जमाखोरी खत्म करने के लिए कानून बनाया था लेकिन इस सरकार ने कानून सरकारी बाज़ारों को धीरे धीरे कमज़ोर करने के लिए कानून बनाया है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि नए कृषि कानूनों से धीमे धीमे मंडी व्यवस्था नष्ट हो जाएगी और एक दिन प्राइवेट मंडियों को किसान टैक्स देंगे। उन्होंने कहा कि बड़े बड़े पूंजीपति इस से फायदा पाएंगे। तीसरे कानून से MSP प्रभावित होगा और जमा खोरी होगी।
प्रियंका गांधी यहीं नहीं रुकीं उन्होंने मोदी सरकार पर हमला जारी रखते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अपने लिए हज़ारो करोड रुपये का हवाई जहाज खरीद सकते हैं लेकिन उत्तर प्रदेश में किसानो के गन्ने का बकाया देने के लिए सरकार के पास पैसा नहीं है।
प्रियंका गांधी ने कहा “कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग में एक अरबपति आपसे कहेगा कि गेहूं उगाओं और मैं 25 रुपये दूंगा. लेकिन जब गेहूं पैदा हो जाएगा तो उसकी इच्छा होगी कि वह 25 रुपये देता है या नहीं।”
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि किसान का बेटा ही सीमा पर खड़ा होता है, वहीं प्रधानमंत्री की सुरक्षा करता है, लेकिन प्रधानमंत्री किसानों की समस्या नहीं समझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान का दिल उसकी धरती के लिए धड़कता है क्योंकि उस धरती को वो सींचता है, उस धरती से उसकी जान जुड़ी होती है।
प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम के 56 इंच के सीने में छोटा सा दिल है, जो किसानों के लिए नहीं अपने खरबपति दोस्तों के लिए धड़कता है। उन्होंने कहा जिसने रेलवे बेच दिया, कई सरकारी उपक्रम बेच दिए उस पर अब देशवासी भरोसा नहीं कर सकते हैं।
उन्होंने कहा तीनों कृषि कानून उस राक्षस की तरह हैं, जैसे राक्षस दुर्गम ने तबाही मचाई थी और फिर मां शाकंभरी ने लोगों का दुख दूर किया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह किसानों और मजदूरों के साथ है, अब यह आंदोलन थम नहीं पाएगा।
किसान पंचायत में शामिल होने से पहले प्रियंका गांधी ने भूरा देव और शाकंभरी देवी के दर्शन किए। वे ग्राम रायपुर स्थित खानकाह में हजरत रायपुरी की दरगाह पर भी गईं।