प्रियंका का मायावती पर निशाना, बताया ‘बीजेपी का अघोषित प्रवक्ता’
नई दिल्ली। राजस्थान में अब जबकि राजभवन और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच पैदा हुई रार कम हो रही है ऐसे में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती पर बड़ा हमला बोला है।
राजस्थान में बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के खिलाफ बसपा सुप्रीमो मायावती के बयान पर पलटवार करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि “भाजपा के अघोषित प्रवक्ताओं ने भाजपा को मदद की व्हिप जारी की है, लेकिन ये केवल व्हिप नहीं है बल्कि लोकतंत्र और संविधान की हत्या करने वालों को क्लीन चिट है।”
गौरतलब है कि बसपा विधायकों के दलबदल कर कांग्रेस में शामिल होने को चुनौती देते हुए बहुजन समाज पार्टी की तरफ से राजस्थान हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका ख़ारिज होने के बाद अब बसपा ने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीमकोर्ट में चुनौती दी है।
इतना ही नहीं बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने इस मामले में कहा कि “दुख की बात है कि गहलोत ने अपने मुख्यमंत्री बनने के बाद अपनी बदनियत से BSP को राजस्थान में गंभीर नुकसान पहुंचाने के लिए हमारे 6 विधायकों को असंवैधानिक तरीक से कांग्रेस में विलय करने की गैर कानूनी कार्यवाही की है और यही गलत काम उन्होंने पिछले कार्यकाल में भी किया था।”
मायावती ने कहा कि “कांग्रेस का ये कार्य संविधान की 10वीं अनुसूचि के खिलाफ है इसलिए BSP के द्वारा 6 विधायकों को व्हिप जारी कर निर्देशित किया गया है कि ये सदन में कांग्रेस के खिलाफ ही मत डालेंगे। बसपा ने ये निर्णय कांग्रेस के द्वारा बार-बार धोखा दिए जाने के कारण ही लिया है।”
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि “इस कारण से इनकी (कांग्रेस) अब सरकार रहती है या नहीं रहती है इसका दोष अब पूर्ण रूप से कांग्रेस और उनके मुख्यमंत्री श्री गहलोत का ही होगा।”
हालांकि इससे पहले बसपा छोड़कर कांग्रेस में गए विधायक लखन सिंह ने कल हाईकोर्ट द्वारा बसपा की याचिका ख़ारिज किये जाने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि ‘हमें मीडिया से पता चला है कि उन्होंने (BSP) कोई नोटिस भी दिया है पर हमें कोई नोटिस नहीं मिला है। हम कांग्रेस के साथ हैं चाहे कोई भी परिस्थिति आए।’
उन्होंने कहा कि ‘हम पहले ही 6 के 6 विधायक कांग्रेस में विलय कर चुके हैं। 9 महीने के बाद अब BSP को याद आई है। ये BSP नहीं, BJP के कहने से मैनेज किया हथकंडा है। उसी आधार पर ये व्हिप जारी किया गया है उसी आधार पर ये कोर्ट जा रहे हैं।’