प्रियंका का योगी सरकार पर हमला, कहा ‘मजदूर देश निर्माता हैं, आपके बंधक नहीं’
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने नए श्रम कानून को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है।
गौरतलब है कि यूपी में नये औद्योगिक निवेश करने एवं पूर्व में स्थापित औद्योगिक प्रतिष्ठानों और कारखानों के लिए श्रम नियमों में 1000 दिन यानी तीन वर्ष की अवधि के लिए अस्थाई छूट की घोषणा की गई थी। प्रियंका गांधी ने इसे तुरंत रद्द करने की मांग रखी है।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि ‘यूपी सरकार द्वारा श्रम कानूनों में किए गए बदलावों को तुरंत रद्द किया जाना चाहिए. आप मजदूरों की मदद करने के लिए तैयार नहीं हो। आप उनके परिवार को कोई सुरक्षा कवच नहीं दे रहे। अब आप उनके अधिकारों को कुचलने के लिए कानून बना रहे हो। मजदूर देश निर्माता हैं, आपके बंधक नहीं हैं।”
बता दें कि उत्तर प्रदेश में नए औद्योगिक निवेश करने एवं पूर्व में स्थापित औद्योगिक प्रतिष्ठानों और कारखानों के लिए श्रम नियमों में 1000 दिन यानी तीन साल की अवधि के लिए अस्थाई छूट प्रदान की गई है। इसके लिए ‘उत्तर प्रदेश कतिपय श्रम विधियों से अस्थाई छूट अध्यादेश 2020’ लाया गया है।
वहीँ उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में श्रम कानूनों में बदलाव का भारतीय मजदूर संघ ने विरोध जताया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े इस संगठन का कहना है कि राज्य सरकारों ने अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के सिद्धांतों का उल्लंघन किया है और वह इनके खिलाफ प्रदर्शन करेगा।
क्या हुए हैं बदलाव:
नए श्रम कानून के तहत उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने श्रम कानूनों को 3 साल के लिए शिथिल कर दिया है, वहीं मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने भी श्रम कानून में संशोधन कर कई बदलाव किए हैं। मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार ने कारखानों में काम करने की शिफ्ट अब 8 घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे का कर दिया है। गुजरात सरकार ने भी श्रम कानूनों में बदलाव किए हैं।