प्रियंका का यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप, कहा ‘महिला पुलिस अधिकारी ने गला पकड़कर खींचा’
लखनऊ। कांग्रेस के 135वे स्थापना दिवस के मौके पर आज लखनऊ पहुंची कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रियंका गांधी ने अपने फेसबुक पेज लिखा कि ‘मुझे बलपूर्वक रोका और महिला अधिकारी ने मेरा गला पकड़ कर खींचा।’
प्रियंका गांधी ने कहा कि ‘मैं रिटायर्ड पुलिस अधिकारी और अंबेडकरवादी सामाजिक कार्यकर्ता एस आर दारापुरी के घर जा रही थी। मुझे बलपूर्वक रोका और महिला अधिकारी ने मेरा गला पकड़ कर खींचा। मगर मेरा निश्चय अटल है।’
उन्होंने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि ‘ उप्र पुलिस ने उन्हें एन आर सी और नागरिकता कानून का शांतिपूर्वक विरोध करने पर घर से उठा लिया है। मैं उत्तर प्रदेश में पुलिस दमन का शिकार हुए हरेक नागरिक के साथ खड़ी हूं। मेरा सत्याग्रह है। भाजपा सरकार कायरों वाली हरकत कर रही है। मैं उत्तर प्रदेश की प्रभारी हूं और मैं उत्तर प्रदेश में कहां जाऊंगी ये भाजपा सरकार नहीं तय करेगी।’
गौरतलब है पार्टी मुख्यालय पर कार्यक्रम के बाद प्रियंका गांधी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गए रिटायर पुलिस अधिकारी एस आर दारापुरी के परिजनों से मिलने उनके घर गई थीं। इस दौरान पुलिस ने उन्हें 1090 चौराहे पर उनका काफिला रोक लिया।
जिसके बाद प्रियंका गांधी पैदल जाने लगीं और उसी दौरान पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी भी की. बाद में पुलिस बैकफुट पर आ गई और उसने प्रियंका गांधी को दारापुरी के परिवार से मिलने की इजाजत दे दी।
प्रियंका गांधी के साथ लखनऊ में हुई घटना पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर कहा कि ‘प्रियंका को जबरन रोकना अलोकतांत्रिक, यह निंदनीय है।’
क्या है मामला :
आपको बता दें कि पूर्व पुलिस अधिकारी एस आर दारापुरी पर लखनऊ में हिंसा भड़काने का आरोप लगाया गया था और उनके सोशल मीडिया पोस्ट को आधार बनाकर उन्हें पुलिस ने हिरासत में भी लिया था। पुलिस ने दारापुरी को लखनऊ में 19 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिया गया था।