प्रथम दृष्टाया जांच में पांढुर्ना नगर पालिका में कचरे का गोलमाल हुआ उजागर

प्रथम दृष्टाया जांच में पांढुर्ना नगर पालिका में कचरे का गोलमाल हुआ उजागर

पांढुर्ना( गुडडू कावले): वर्षो पुराने कचरे के ढेर को कलम गांव नवनिर्मित टीचिंग ग्राउंड परिवहन करने के मामले में नगर पालिका परिषद के ज़िम्मेदार कर्मचारी सवालों के घेरे में आ गए है।

भले ही राजनीतिक कटापेश के चले यह मामला उजागर हुआ हो परन्तु यह पुराना मामला 925 डंफर की ट्रीट लगने के बाद उजागर हुआ है। यदि इस पूरे मामले को परिषद के पार्षद पुख्ता प्रमाणों के साथ नहीं होते तो फिर यह भ्रष्टाचार कचरे में दबकर कर रह जाता।

हालांकि परिषद की बैठक की अध्यक्षता में उपाध्यक्ष प्रवीण पालीवाल तत्काल इस मामले की जानकारी मिलते ही टीम का गठन कर मामले की त्वरित जांच करनेेेे के निर्देश मुख्य नगरपालिका अधिकारी को दिए।

मिली जानकारी के मुताबिक 4 दिनों से नापा के उपयंत्री तेज प्रताप सिंह गौतम की उपस्थिति में परिषद के 6 पार्षदों की टीम मामले के संबंध में पुख्ता सबूतों के साथ जांच में जुटे हैं। जिसमें पार्षदों द्वारा ठेकेदार पर लगाए गए गोलमाल के आरोप के जिन प्रमुख बिंदुओं के तहत कार्यवाही की मांग की गई थी, वे जांच में सही साबित हो रहे हैं।

इस मामले की जांच पड़ताल के लिए जांच टीम खारी वार्ड स्थित कचरा डंपिंग स्थल पहुंची, जहां मौके पर प्रमुख बिंदुओं के मुताबिक कचरा डंपिंग स्थल पर खड़े कचरा परिवहन करने वाले डंपर की गणना सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से मिलाने पर यह सामने आया कि ठेकेदार द्वारा निविदा के शर्तों के मुताबिक नहीं भरा गया और 30 से 40% ही भरा गया। जो कि आधे भरे और आधे खाली परिवहन किये गए।

उपयंत्री की उपस्थिति में मामले की गहन जांच कर नपा अधिकारी को मामले का जांच प्रतिवेदन सौपा है।हालांकि नपा अधिकारी भी दबे स्वर में कचरा परिवहन के मामले में हुवे गोलमाल की बात स्वीकार कर रहे हैं और मान रहे हैं कि इस मामले में कर्मचारियों ने गलती की है तथा इस मामले की जांच कर जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करेंगे।

पार्षदों की टीम ने कचरा परिवहन में निर्धारित मापदंड के मुताबिक कार्य नहीं करने के सबंध मे प्रथम दृष्टाया जांच में यह बात सही साबित हुई है कि निविदा की शर्तों के अनुसार गाड़ियों में 600 फीट कचरा परिवहन नही किया गया। नपा परिषद के पार्षदोंं को इस बात का इंतज़ार है कि इस पूरे मामले में मुख्य नगरपालिका अधिकारी, ठेकेदार व इस मामले से जुड़े अधिकारी तथा कर्मचारी के अलावा क्या कचरा परिवहन मामले में क्या कार्यवाही होगी।

हालांकि कुछ पार्षदों द्वारा बताया जा रहा कि जनता की गाढ़ी कमाई हम लोग नहीं लूटने देंगे कचरा परिवहन में हुए भ्रष्टाचार की पोल खोल कर ही दम लेंगे। समय रहते नापा केे अधिकारी इस मामले में निष्पक्षष कार्रवाई नहीं करते है तो इस मामले को लेकर न्यायलीन कार्रवाई करेंगे ।

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