सीएए: लखनऊ में प्रदर्शन जारी, सर्द रात में पुलिस ने महिलाओं के कंबल छीने

सीएए: लखनऊ में प्रदर्शन जारी, सर्द रात में पुलिस ने महिलाओं के कंबल छीने

लखनऊ। नागरिकता कानून के खिलाफ लखनऊ के घंटाघर इलाके में महिलाओं द्वारा शुरू किये गए अनिश्चितकालीन धरने को कल रात पुलिस ने हटाने की कोशिश की लेकिन महिलाएं डटीं रहीं।

पुलिस ने प्रदर्शन कर रही महिलाओं को घंटाघर से हटाने के लिए तमाम अवरोध पैदा किये। यहाँ तक कि पुलिस ने उस इलाके की स्ट्रीट लाइट बंद करा दी और आसपास की दुकानों को बंद करा दिया।

पुलिस ने वहां बने शौचालय पर भी पुलिस ने ताला डाल दिया। सर्द रात में खुले में बैठी महिलाओं के कंबल भी पुलिस उठा ले गई। इतना सब होने के बावजूद भी महिलाएं धरने पर डटीं रहीं। स्ट्रीट लाइट बंद कराये जाने के कारण हुए अँधेरे से निपटने के लिए महिलाओं ने मोबाईल की टोर्च का सहारा लिया।

दिल्ली के शाहीन बाग़ की तर्ज पर लखनऊ के घंटाघर इलाके में शुरू हुए महिलाओं के धरने को हटवाने के लिए पुलिस पहले भी कोशिश कर चुकी है लेकिन महिलाओं को वहां से हटाने में कामयाब नहीं हुई।

महिलाओं का धरना खत्म कराने की कोशिशों के तहत घटनाघर इलाके में कल शाम से ही पुलिस हलचल तेज हो गई थी। धरना स्थल के आसपास पुलिस की तादाद बढ़ती देख धरना दे रही महिलाएं पहले से सतर्क हो गईं थीं। शाम होते ही पुलिस ने इलाके की दुकाने बंद कराना शुरू कर दिया था और महिलाओं को दिक्क्त हो इसलिए वहां बने टॉयलट पर भी ताला डाल दिया।

इसके बावजूद महिलाएं अपनी जगह जमी रहीं तो पुलिस ने अमानवीयता की एक और मिसाल पेश की और महिला प्रदर्शकारियों के कंबल छीन लिए और सर्दी से बचने के लिए महिलाओं द्वारा जलाये गए लकड़ी के अलाव पर भी पानी डाल कर बुझा दिया गया।

धरना दे रही महिलाओं का आरोप है कि धरना स्थल पर व्यवस्थाएं संभाल रहे पुरुषो को भी पुलिस अपने साथ ले गई, इसके बाद पुलिस ने धरना खत्म कराने की हर कोशिश की। हालाँकि पुलिस इस बात से इंकार कर रही है। पुलिस का कहना है कि इलाके में धारा 144 लगी हुई है।

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TeamDigital