नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन: 135 के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज, 20 गिरफ्तार
आज़मगढ़। नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान पथराव की घटना में आज़मगढ़ पुलिस ने 135 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, वहीँ 20 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने एफआईआर में 35 लोगों को नामजद किया है साथ ही 100 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस के मुताबिक मंगलवार को नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने पहुंची महिलाओं के पास पुलिस की अनुमति नहीं थी जबकि इलाके में धारा 144 लागू की गई है। इस दौरान महिलाओं को समझाकर वापस भेजने के प्रयास किये गए लेकिन महिलाये धरने पर बैठ गईं।
पुलिस ने महिलाओं को वहां से तुरंत धरना खत्म करने का फरमान सुनाया लेकिन देर शाम तक महिलाएं धरने पर बैठी रहीं। रात साढ़े 10 बजे गोपालपुर के सपा विधायक नफीस अहमद भी पहुंचे और उन्होंने महिलाओं से अपने अपने घर जाने के लिए कहा लेकिन महिलाओं ने अपना धरना खत्म करने से इंकार कर दिया।
पुलिस अधीक्षक त्रिवेणी सिंह ने गुरुवार को बताया कि मौलाना जौहर पार्क बिलरियागंज में मंगलवार को सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ प्रदर्शन के लिए पहुंचीं महिलाओं की आड़ में कुछ लोगों ने ‘‘हम लेकर रहेंगे आजादी’’ के कथित नारे लगाने के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एक विशेष समुदाय के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया।
इस मामले में 35 नामजद तथा सैकड़ों अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। उलेमा कौंसिल के राष्ट्रीय महासचिव ताहिर मदनी सहित 20 लोगों को बुधवार को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में उलेमा कौंसिल के फरार नेता नुरूल हुदा, मिर्जा शाने आलम और ओसामा पर 25-25 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया गया है।
गौरतलब है कि प्रदर्शनकारी लोगों को पार्क से हटाने के लिए पुलिस ने सुबह चार बजे बड़ी कार्रवाही की थी। पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया जिसके बाद बल प्रयोग कर उन्हें पार्क से हटाया गया। पुलिस लाठीचार्ज में कई महिलाओं को चोटें भी आयी हैं।