शाहीन बाग़ में आज रात पुलिस कार्रवाही का संदेह, पुलिस कर सकती है ताकत का इस्तेमाल
नई दिल्ली। नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग़ में पिछले 35 दिनों से चल रहे धरने पर अब संकट का साया नज़र आने लगा है। दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा दिल्ली पुलिस को शाहीन बाग़ का रोड खाली कराये जाने के निर्देश दिए जाने के बाद कभी भी पुलिस सड़क पर जमी महिलाओं को वहां से हटा सकती है।
इलाके में पुलिस की बढ़ती हलचलों को देखते हुए अब कयास लगाए जा रहे हैं कि दिल्ली पुलिस की तरफ से रात के अँधेरे में प्रदर्शनकारियों पर ताकत का इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को ट्वीट कर शाहीन बाग़ के प्रदर्शनकरियों से लोगों की परेशानियों को देखते हुए सड़क खाली करने की अपील की थी।
हालाँकि धरने के 35वे दिन शाहीन बाग़ की महिलाओं के हौसले में कोई कमी नहीं आई है और बीजेपी आईटी सेल द्वारा प्रदर्शनकारी महिलाओं पर पैसे लेने के इल्ज़ाम लगाए जाने के बाद आज शाहीन बाग़ में “नो कैश- नो पेटीएम” के बैनर लगे दिखाई दिए।
धरना स्थल पर व्यवस्था संभाल रहे लोगों ने उस वायरल वीडियो को नकार दिया जिसमे कहा गया था कि शाहीन बाग़ में धरने में शामिल होने के लिए महिलाओं को पैसे और मुफ्त खाना दिया जा रहा है।
महिला व्यवस्थापकों ने कहा कि यहाँ कोई महिला ऐसी नही है जो पैसे लेकर धरने में शामिल हुई हो। जो भी इस तरह की अफवाह फैला रहा है वह एक साजिश का हिस्सा है, जिससे महिलाओं को बदनाम करके उनकी तादाद कम की जा सके और आंदोलन कमज़ोर पड़ जाए।
वहीँ धरने में शामिल कई महिलाओं ने कहा कि हम देश बचाने बैठे हैं, हम संविधान बचाने के लिए यहाँ आते हैं। महिलाओं ने कहा कि हमे कभी किसी ने कोई पैसा ऑफर नहीं किया और हम कौम की लड़ाई लड़ रहे हैं, पांच सौ क्या पांच लाख को भी ठुकरा देंगे।
वहीँ दूसरी तरफ पुलिस में शाहीन बाग़ को लेकर हलचलें तेज हो गयी हैं। दिल्ली पुलिस के ऊपर दिल्ली हाईकोर्ट द्वारा दिया गया सड़क खाली कराने के आदेश का दबाव है। शाहीन बाग़ में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच बातचीत की कोशिशें विफल हो चुकी हैं। ऐसे में अब देखना है कि दिल्ली पुलिस सड़क खाली कराने के लिए कौन सा रास्ता चुनती है।
वहीँ एक मीडिया रिपोर्ट में सामने आया है कि दिल्ली के रामलीला मैदान में से जिस तरह दिल्ली पुलिस ने रात के अँधेरे में बल प्रयोग करके योग गुरु बाबा रामदेव को हटाया था, दिल्ली पुलिस केपास उसी तर्ज पर शाहीन बाग़ से प्रदर्शनकारी महिलाओं को हटाने का विकल्प खुला है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली पुलिस किसी भी समय दल बल के साथ शाहीन बाग़ पहुंचकर कार्रवाही शुरू कर सकती है। वहीँ जानकारों का कहना है कि शाहीन बाग़ का धरना योग गुरु बाबा रामदेव के धरने से कहीं अलग है।
सबसे अहम बात यह धरना मुस्लिम बाहुल्य इलाके में हो रहा है। पुलिस कार्रवाही से माहौल बिगड़ सकता है। ऐसे में पुलिस को अभी भी प्रदर्शनकरियों से बातचीत कर हल निकालना चाहिए। सूत्रों की माने तो दिल्ली पुलिस के कुछ सीनियर अफसर ओखला-शाहीन बाग़ की अमन कमेटी के सम्पर्क में हैं और दोनों के बीच बातचीत जारी है।