दलित प्रधान के परिजनों से मिलने आजमगढ़ पहुंचे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने रोका
लखनऊ ब्यूरो। आजमगढ़ में दलित प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या को लेकर पीड़ित परिवार से मिलने राज्य सभा सांसद पीएल पुनिया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के नेतृत्व में आज़मगढ़ पहुंचे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने सर्किट हॉउस में ही रोक दिया।
इस पर विरोध जताते हुए कांग्रेस नेता धरने पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी की। इस दौरान कांग्रेसियों और पुलिस में जमकर धक्का-मुक्की हुई। वहीँ दलित कांग्रेस के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के ऊर्जा मंत्री नितिन राउत को भी आज आजमगढ़ पहुंचना था। बताया जा रहा है कि राउत को आज़मगढ़ पहुँचने से पहले ही बरदह थाना क्षेत्र के जिवली में हिरासत में लेने की चर्चा है लेकिन कोई भी अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहा है।
गौरतलब है कि कांग्रेस नेताओं के आज़मगढ़ पहुंचने से पहले ही स्थानीय प्रशासन ने आज़मगढ़ को छावनी में तब्दील कर दिया था और कांग्रेस नेताओं को रोकने की कवायद के तहत सर्किट हॉउस में भी सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम कर दिए गए थे।
इस बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया, पूर्व सांसद बृजलाल खाबरी, पूर्व मंत्री आरके चौधरी, अनुसूचित विभाग के अध्यक्ष आलोक पासवान बुधवार की रात ही आजमगढ़ सर्किट हाउस पहुंच गए थे लेकिन प्रशासन ने उन्हें सर्किट हाउस के गेट पर तालाबंदी करके बाहर निकलने से रोक दिया।
कांग्रेस नेताओं की मांग है कि प्रतिनिधिमंडल के तौर पर कांग्रेस के पांच नेताओं को मृतक प्रधान के परिजनों से मिलने की अनुमति दी जाए लेकिन प्रशासन इसके लिए तैयार नही है।
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