सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज
आज़मगढ़। नागरिकता कानून को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। दिल्ली के शाहीन बाग़ में पिछले 50 दिनों से प्रदर्शन चल रहा है। वहीँ शाहीन बाग़ की तर्ज पर देश के कई शहरो में लोग अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं।
वहीँ उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया, जिससे कई महिलाओं को चोटें आयी हैं।
आजमगढ़ के बिलारियागंज जोहर पार्क में सीएए के खिलाफ धरने पर बैठी महिलाओं पर प्रदेश पुलिस की ओर से धरनों को खत्म करने के कार्रवाई शुरू की गई, तो धरने पर बैठी महिलाओ ने इस बात का विरोध किया जिसके बाद पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज और पथराव कर दिया।
आजमगढ़ के बिलरियागंज कस्बे के मौलाना जौहर अली पार्क में मंगलवार को तीसरी बार सीएए, एनआरसी व एनपीआर के विरोध में धरना-प्रदर्शन की शुरुआत हुई। सैकड़ों की संख्या में महिलाएं धरने में शामिल थीं।
पुलिस ने महिलाओं को वहां से तुरंत धरना खत्म करने का फरमान सुनाया लेकिन देर शाम तक महिलाएं धरने पर बैठी रहीं। रात साढ़े 10 बजे गोपालपुर के सपा विधायक नफीस अहमद भी पहुंचे और उन्होंने महिलाओं से अपने अपने घर जाने के लिए कहा लेकिन महिलाओं ने अपना धरना खत्म करने से इंकार कर दिया।
बताया जाता है कि सुबह 04 बजे के लगभग महिलाओं की तरफ से किसी ने सुरक्षा में तैनात पुलिस की तरफ पत्थर फेंका। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठी चार्ज किया। इस लाठी चार्ज में कुछ महिलाओं को चोटें आयी हैं वहीँ पथराव की घटना में एसपी सिटी पंकज पांडेय भी घायल हुए।
पुलिस ने धरना दे रही महिलाओं को खदेड़कर पार्क में पानी भरवा दिया है, जिससे महिलाएं वहां धरने के लिए पार्क में न बैठ सकें। पुलिस के मुताबिक पार्क सार्वजनिक स्थान है और वहां धरना आयोजित करने के लिए अनुमति नहीं ली गई थी। महिलाओं के धरने को लेकर जिला प्रशासन को कोई सूचना नहीं दी गई थी।