पुलिस ने ढहाया विकास दुबे का मकान, चौबेपुर थाना इंचार्ज सस्पेंड
लखनऊ ब्यूरो। कानपुर में चौबेपुर थाना क्षेत्र के विकरू गांव में दबिश देने पहुंची पुलिस टीम पर अपराधियों द्वारा किये गए हमले के पीछे हुई साजिश को लेकर अभी जांच चल रही है।
पुलिस को शक है कि विकास दुबे को पुलिस टीम के रवाना होने से पहले सूचना मिल गई थी। इस बीच चौबेपुर थाना इंचार्ज विनय तिवारी को अपराधी विकास दुबे से मिलीभगत के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है। वहीँ सूत्रों की माने तो विकास दुबे के कॉल डिटेल खंगालने के बाद पता चला है कि उसकी कुछ पुलिस कर्मियों से भी बात होती थी।
Local Station House Officer (SHO) has been suspended. At the time of encounter, he fled the encounter site. Had he faced the criminals, situation could have been different: Kanpur Inspector General, Mohit Agarwal on Kanpur encounter in which 8 policemen lost their lives pic.twitter.com/J5EWYuZrBS
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 4, 2020
इतना ही नहीं पुलिस ने आरोपी विकास दुबे का घर भी ढहा दिया है। पुलिस ने घर गिराने के लिए विकास दुबे की उसी जेसीबी का इस्तेमाल किया गया है, जिसके जरिए पुलिस टीम को घेरा गया था।
विकास दुबे की तलाश में पुलिस की 20 टीमें अलग-अलग इलाकों में दबिश दे रही हैं। इन सभी इलाकों में विकास के परिवार वाले रहते हैं। नेपाल बॉर्डर पर भी अलर्ट जारी कर दिया गया है। विकास दुबे के फोटो चस्पा कर दिए गए हैं।
बताया जा रहा है कि आरोपी विकास दुबे की सत्ता के गलियारों तक गहरी पैंठ थी। विकास दुबे के कई नेताओं के साथ फोटो भी सामने आये हैं। इतना ही नहीं कहा जा रहा है कि विकास दुबे की राजनैतिक जड़ें काफी मजबूत थीं। इन्ही गहरी जड़ो के आधार पर इलाके में उसकी तूती बोलती थी।
मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने अब तक इस मामले में पूछताछ के लिए 12 लोगों को हिरासत में लिया है। इतना ही नहीं पुलिस ने आसपास के थानों को अलर्ट कर दिया है और विकास दुबे की तलाश में उसके कई रिश्तेदारों के यहाँ भी छापेमारी की गई है।
कानपुर में 8 पुलिस कर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी विकास दुबे के नेपाल भागने की आशंका को देखते हुए लखीमपुर खीरी इलाके से सटी नेपाल की सीमा पर चौकसी बढ़ाई गई है।