सीएए के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल कांग्रेस की पूर्व पार्षद इशरत जहाँ को पुलिस ने गिरफ्तार किया
नई दिल्ली। दिल्ली के कुछ इलाको में हुई सांप्रदायिक हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने अब तक सैकड़ो लोगों पर कार्रवाही कर चुकी है। वहीँ दूसरी तरफ भड़काऊ बयान देने वाले बीजेपी नेता कपिल मिश्रा पर अभी तक पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाही नहीं हुई है।
अब दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस की पूर्व निगम पार्षद इशरत जहां को दिल्ली पुलिस ने दंगा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इशरत को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
इशरत जहाँ ने दिल्ली के खुरेजी इलाके में हुए नागरिकता कानून विरोध प्रदर्शन में भाग लिया था। वे करीब 50 दिनों से दिल्ली के खुरेजी में CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थीं। पिछले रविवार को खुरेजी एरिया में हुई सड़क जाम में भी इशरत जहाँ का नाम आया था।
कांग्रेस ने दिल्ली में हिंसा के बाद पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया और कहा कि उच्चतम न्यायालय को इन मामलों का संज्ञान लेना चाहिए तथा एक न्यायमित्र की नियुक्ति करनी चाहिए।
पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने यह दावा भी किया कि हालात अभी सामान्य नहीं हुए हैं और लोगों में अब भी भय का माहौल है। उन्होंने कहा कि राजद्रोह के मामले का दुरुपयोग किया जा रहा है।
शर्मा ने दावा किया कि दिल्ली हिंसा में पहले कुछ दिनों तक जानबूझकर कार्रवाई नहीं हुई, इसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए। अब जो कार्रवाई हो रही है वह एकतरफा है, जो लोग धरने पर थे उन पर संगीन धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं।
पुलिस ने अब तक 123 एफ़आईआर दर्ज की हैं और 630 लोगों को हिरासत में लिया। दिल्ली पुलिस ने हिंसा के मामलों की जांच के लिए दो एसआईटी बनाई है। 24 फरवरी के बाद से उत्तर पूर्व दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में सात हजार से ज्यादा सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 42 लोगों की मौत को चुकी है और सैकड़ों की संख्या में लोग घायल हैं। गृह मंत्रालय ने बताया कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने सार्वजनिक स्थानों से अधिकांश मलबा हटा दिया है।