मजदूरों को जमाती बताकर व्हाट्सएप पर फैलाई अफवाह, एडमिन अरेस्ट
देहरादून। उत्तरकाशी के बड़कोट में पुलिस की निगरानी से बड़ी घटना होने से बच गई। वॉट्सएप ग्रुप पर जमातियों का नाम लेकर अफवाह फैलाकर लोगों को हिंसा के लिए उकसाने वाले एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस की सक्रियता के चलते यह मामला बड़ा रूप धारण करने से पहले ही पुलिस की नज़र में आ गया और पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एक्शन लेते हुए ना सिर्फ वॉट्सएप ग्रुप के सारे आपत्तिजनक मैसेज डिलीट कर दिए, बल्कि गलत मैसेज फैलाने वाले व्यक्ति के खिलाफ डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट सहित आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार भी कर लिया।
आरोपी ने वॉट्सएप ग्रुप पर अफवाह फैलाई थी कि गांव में 11 जमाती जंगल के रास्ते घुस रहे हैं, जो गांववालों के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं। आरोपी लोगों लिए उकसाने की कोशिश कर रहा था। वॉट्सएप पर फैलाये जा रहे सन्देश जैसे ही पुलिस और खुफिया विभाग की नज़रो में आये तो हड़कंप मच गया।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए इस पर एक्शन लेने में देरी नहीं दिखाई और तुरंत इलाके की घेराबंदी कर उन लोगों को पकड़ लिया। जिन्हे तब्लीगी जमात से जोड़कर व्हाट्सएप ग्रुप पर भड़काऊ संदेश भेजे जा रहे थे।
हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ में पता चला कि वे लोग तब्लीगी जमात के नहीं बल्कि मजदुर हैं और ठेकेदार द्वारा लॉकडाउन में काम से हटा दिए गए हैं।
मजदूरों ने पुलिस को बताया कि वे उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले हैं और उत्तरकाशी के गजोली में मजदूरी करते हैं। ठेकेदार ने उन्हें ना तो खाना दिया ना ही उनकी मजदूरी दी गई। पिछले दो दिनों से कुछ नहीं खाया है। इसलिए जंगल के रास्ते अपने घर की तरफ निकल पड़े थे।
मजदूरों से जानकारी की पुष्टि होने के बाद उत्तरकाशी पुलिस ने व्हाट्सएप पर अफवाह फैलाने और हिंसा के लिए उकसाने वाले शख्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि इस तरह की अफवाह फैलाने वाले के खिलाफ पूरी सख्ती के साथ निपटा जाएगा।