सीएए पर पीएम मोदी ने एनडीए सांसदों से कहा- मजबूती से आक्रमक जवाब दें
नई दिल्ली। नागरिकता कानून को लेकर जहाँ देशभर में विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है। वहीँ पीएम नरेंद्र मोदी ने एनडीए के सांसदों के साथ बैठक में दिए गए भाषण से साफ़ कर दिया है कि सरकार इस मुद्दे पर कोई समझौता करने के मूड में नहीं है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि सीएए पर रक्षात्मक होने की कोई जरूरत नहीं है और एनडीए नेताओं से संसद में मजबूती से सीएए का आक्रमक रूप से जबाव देने को कहा।
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने संशोधित नागरिकता कानून पर कुछ भी गलत नहीं किया है और उसे बचाव में आने की कोई जरूरत नहीं है। बैठक में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया।
प्रस्ताव में पीएम मोदी के नेतृत्व में फिर से विश्वास जताते हुए कहा गया कि एनडीए चट्टान की तरह उनके पीछे खड़ा है। प्रस्ताव में कहा गया कि नागरिकता कानून के ज़रिए महात्मा गांधी के सपने को साकार किया गया।
इतना ही नहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने एनडीए सांसदों के साथ हुई बैठक में कहा कि हमारा गठबंधन भारत की विविधता और गतिशीलता का प्रतिनिधित्व करता है। एनडीए ने अपने समर्थक और सुशासन से जुड़े विकास कार्यक्रमों के लिए एक पहचान बनाई है जो लाखों लोगों को सशक्त बना रहे हैं।
वहीँ दूसरी तरफ विपक्ष ने बजट सत्र के शुरू में ही संसद भवन प्रांगण में नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन किया। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने नेतृत्व में कांग्रेस सांसदों ने हाथ में तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया और मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। वहीँ तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने संसद के केंद्रीय कक्ष में नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन किया।