सचिन पायलट से पार्टी की नाराज़गी खत्म !
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नई दिल्ली। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच पैदा हुआ विवाद थमने के संकेत मिले है। कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे के एक ट्वीट से संकेत मिले हैं कि सचिन पायलट से पार्टी को कोई नाराज़गी नहीं है और उन्हें फिर से अहम ज़िम्मेदारियां दी गई हैं।
कांग्रेस महासचिव और राजस्थान के प्रभारी अविनाश पांडे ने ट्वीट कर कहा कि “सचिन पायलट के संघर्षों व मेहनत की सराहना करते हुए पार्टी ने उन्हें कई अहम ज़िम्मेदारियाँ सौंपी हैं । राजनैतिक संघर्ष एक निरंतर प्रक्रिया है जिसे कुछ वर्षों में मापा नही जा सकता। श्रद्धा और सबुरी, जीवन के मूलमंत्र, राजनीति में परम् आवश्यक हैं।”
@SachinPilot के संघर्षों व मेहनत की सराहना करते हुए पार्टी ने उन्हें कई अहम ज़िम्मेदारियाँ सौंपी हैं । राजनैतिक संघर्ष एक निरंतर प्रक्रिया है जिसे कुछ वर्षों में मापा नही जा सकता। श्रद्धा और सबुरी, जीवन के मूलमंत्र, राजनीति में परम् आवश्यक हैं ।
— Avinash Pande (@avinashpandeinc) July 15, 2020
जिला और ब्लॉक इकाइयां भंग:
राजस्थान में कांग्रेस की सभी जिला और शहर, ब्लॉक इकाइयों को तत्काल प्रभाव से भंग कर दिया गया है। अविनाश पांडे ने कहा कि जल्द ही सभी इकाइयों के पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
AICC has decided to dissolve all the District Congress Commities and Block Congress Committees of Rajasthan Pradesh with immediate effect. The process of formation of new committees will begin soon.
— Avinash Pande (@avinashpandeinc) July 15, 2020
वहीँ इससे पहले कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने सचिन पायलट को लेकर कहा था कि अभी भी बात बन सकती है बशर्ते कि पायलट अपनी गलती स्वीकार कर लें। उन्होंने यह भी कहा था कि हर चीज की एक समय सीमा होती है।
गौरतलब है कि इससे पहले आज विधायक दल की बैठक में भाग न लेने वाले सचिन पायलट सहित 19 विधायकों को विधानसभा स्पीकर ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस नोटिस का शुक्रवार तक जबाव देना है।
वहीँ पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सचिन पायलट का मामला सुलझा लिया गया है और जल्द कांग्रेस इसका एलान कर सकती है। सूत्रों ने कहा कि सचिन पायलट से कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की बातचीत कर मामला सुलझ गया है। सूत्रों ने कहा कि सचिन पायलट को पार्टी में अहम ज़िम्मेदारियाँ दिए जाने की तैयारी चल रही है और संभव है कि पार्टी उन्हें राजस्थान से बाहर ही रखे।
सूत्रों ने कहा कि सचिन पायलट ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ कुछ सबूत पार्टी नेताओं के समक्ष रखे हैं। उन्होंने यह साबित करने की कोशिश की है कि आज पैदा हुए हालातो के लिए वे अकेले कुसूरवार नहीं हैं। उन्हें यह कदम बहुत मज़बूरी में लेना पड़ा है। उनके समक्ष गहलोत ने कोई और विकल्प नहीं छोड़ा था।
राजस्थान बीजेपी की बैठक रद्द:
राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने कहा है कि हमने सचिन पायलट की प्रेस कॉन्फ्रेंस के आधार पर हमारी (भाजपा) बैठक का समय तय किया था, लेकिन अब इसे रद्द कर दिया गया है, मैंने वसुंधरा राजे जी से कहा है कि शाम तक यहां पहुंचने की कोशिश करें।
Horse trading was being done in Jaipur, we have the proof. We had to keep people at a hotel for 10 days, if we had not done that, the same thing that is happening in Manesar now would have happened back then: Ashok Gehlot, Rajasthan Chief Minister pic.twitter.com/tFQT0GVqpj
— ANI (@ANI) July 15, 2020
विधायकों की खरीद-फरोख्त हुई, हमारे पास सबूत: गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि जयपुर में विधायकों की खरीद-फरोख्त की जा रही थी, हमारे पास इसके सबूत हैं। हम विधायकों को एक होटल में 10 दिनों के लिए रखना पड़ा, अगर हमने ऐसा नहीं किया होता तो मानेसर में जो हो रहा था वही यहां हो सकता था।
अभी इस मामले में और विस्तृत जानकारी का इंतज़ार किया जा रहा है। अपडेट के लिए थोड़ी देर में खबर को रिफ्रेश करिये।