वोट की चोट से कम हुए पेट्रोल-डीजल के दाम: कांग्रेस
नई दिल्ली। देश में लगातार बढ़ रहीं पेट्रोल डीजल की कीमतों पर ब्रेक लगाते हुए आज केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाकर कीमतों में राहत देने का एलान किया है। पेट्रोल पर 5 रुपये वहीँ डीजल पर 10 रुपये एक्साइज ड्यूटी कम की गई है। नई कीमतें गुरुवार से लागू होंगी।
वहीँ केंद्र सरकार के पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी गए जाने के फैसले पर कांग्रेस ने तंज कसा है। कांग्रेस ने पेट्रोल डीजल की कीमतें कम करने के लिए एक्साइज ड्यूटी घटाए जाने के केंद्र सरकार के फैसले को उपचुनावों में ‘भाजपा की हार’ के कारण उठाया गया कदम करार दिया है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘टैक्सजीवी मोदी सरकार को सबक सिखाने के लिए देशवासियों को बधाई। प्रजातंत्र में ‘वोट की चोट’ से भारतीय जनता पार्टी (BJP) को सच का आईना दिखा ही दिया।’
सुरजेवाला ने सवाल किया, ‘याद करें कि मई 2014 में जब पेट्रोल 71.41 रुपये व डीजल 55.49 रुपये प्रति लीटर था, तब कच्चा तेल 105.71 डॉलर प्रति बैरल था। आज कच्चा तेल 82 डॉलर प्रति बैरल है. वर्ष 2014 के बराबर कीमत कब होगी?’
इतना ही नहीं सुरजेवाला ने कहा कि ‘कांग्रेस सरकार (संप्रग सरकार) के समय पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.48 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 3.56 रुपये प्रति लीटर था। मोदी सरकार में पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 32.90 रुपये प्रति लीटर था, जो आज 27.90 रुपये प्रति लीटर हुआ है। इसी तरह डीजल पर उत्पाद शुल्क 31.80 रुपये प्रति लीटर था, जो अब 21.80 रुपये प्रति लीटर हुआ है। मोदी जी, जुमले नहीं चलेंगे, जो आपने बढ़ाया, वो सारा घटाओ।’
उन्होंने कहा, ‘प्यारे देशवासियों, मोदीनॉमिक्स के जुमले समझिए! इस साल यानी वर्ष 2021 में पेट्रोल के दाम 28 रुपये और डीजल के दाम 26 रुपये बढ़ाये गये। देश में 14 सीटों पर उपचुनाव हारते ही पेट्रोल और डीजल के रेट को क्रमशः 5 रुपये और 10 रुपये घटाना भी प्रधानमंत्री का दिवाली का तोहफा हो गया है? हे राम! हद है।’
गौरतलब है कि मंगलवार को आये 13 राज्यों की 29 विधानसभा और तीन लोकसभा सीटों के उप चुनाव के नतीजों में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। पार्टी ने न सिर्फ हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट गंवा दी बल्कि हिमाचल प्रदेश की उपचुनाव वाली सभी विधानसभा सीटों पर भी पराजय का सामना करना पड़ा है।