बजट से नाखुश स्मृति की अमेठी, लोगों ने कहा “उम्मीद पर खरी नहीं उतरी सरकार”
ब्यूरो(राम मिश्रा अमेठी)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को मोदी सरकार 2.0 का दूसरा बजट 2020 सदन में पेश किया। बजट में वित्त मंत्री ने कई बड़ी घोषणाएं की। बजट में टैक्स पेयर्स और वर्किंग सेक्टर के लोगों के लिए एक बड़ा ऐलान किया।
सरकार ने इनकम टैक्स स्लैब को पांच हिस्सों में बांटा दिया है। नए बदलाव के बाद अब पांच लाख रुपए तक की इनकम पर कोई टैक्स नहीं लगेगा। वहीं,15 लाख रुपए की आमदनी पर 25 फीसदी टैक्स लगेगा। अभी तक 15 लाख रुपए की कमाई पर 30 फीसदी टैक्स लगता है। अब सरकार के इस फैसले पर मिली जुली प्रतिक्रियां मिल रही है। अमेठी की जनता ने भी मोदी सरकार के इस बजट पर अपना रिएक्शन दिया है ।
बजट पर क्या है अमेठी की जनता की राय-
मुसाफिरखाना निवासी गृहणी और सामाजिक कार्यकर्ता सहला शाहिद का कहना है कि महिलाओं को बजट से काफी उम्मीदें थी, लेकिन बजट में ऐसा कुछ हुआ नहीं.महिलाओ को बजट में कुछ खास राहत नहीं दी गई है।
अमेठी के जूता व्यवसायी कुलदीप अग्रहरि का कहना है कि चूंकि हम जूता व्यवसायी है, जूते मंहगे होने से हमारे व्यवसाय पर असर पड़ेगा। पहले भी सरकार ने ज्यादा राहत नहीं दी थी और अभी भी सरकार ने कुछ खास छूट नहीं दी है। बस टैक्स के स्लैब को डिवाइड कर दिया है। हां आगे चलकर फायदा मिल सकता है ।
सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश यादव का कहना है कि जनता पहले भी इनकम टैक्स में छूट चाहते थी। पहले भी सरकार ने ज्यादा राहत नहीं दी थी। अभी भी सरकार ने कुछ खास छूट नहीं दी है। वेतनभोगी सहित कई अन्य वर्ग इस बजट से काफी नाराज है। बजट में कुछ खास नहीं दिखा।
तो वहीं अमेठी के युवा नेता और सामाजिक कार्यकर्ता प्रांजल तिवारी का कहना है कि इस बजट से आम जनता को सिर्फ मायूसी ही हाथ लगी है। जब कि बजट से काफी उम्मीदें थी, लेकिन बजट में ऐसा कुछ हुआ नहीं.बजट में कुछ खास राहत नहीं दी गई है ।