नागरिकता कानून पर पासवान के विरोधी सुर, कहा ‘किसी की नागरिकता नहीं छीन सकती सरकार’
नई दिल्ली। नागरिकता कानून को लेकर अब एनडीए के घटक दलों में ही विरोध शुरू हो गया है। केंद्रीय मंत्री और लोकजनशक्ति पार्टी नेता रामविलास पासवान ने नागरिकता कानून को लेकर सरकार के खिलाफ सख्त लहजा इस्तेमाल किया है।
पासवान ने कहा कि सरकार किसी की नागरिकता तो क्या किसी के हक पर भी उंगली नहीं उठा सकती। पीटीआई से बात करते हुए रामविलास पासवान ने कहा कि चाहे दलित, आदिवासी, पिछड़े, अल्पसंख्यक या उगड़ी जाति के लोग हों, वे सभी देश के असली नागरिक हैं।
उन्होंने कहा कि नागरिकता हर देशवासी का जन्म सिद्ध अधिकार है, चाहे वह किसी भी धर्म या जाति का हो। पासवान ने कहा कि कोई सरकार इसे नहीं छीन सकती, किसी भारतीय को बेवजह इसकी चिंता करने की जरूरत नहीं है।
पासवान ने कहा, जहां तक राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) की बात है तो अभी तक इस पर कोई बात नहीं हुई है। इसका किसी मजहब से लेना देना नहीं है। इसके आधार पर किसी की नागरिकता नहीं ली जा सकती।
गौरतलब है कि नागरिकता कानून को लेकर जहाँ गृहमंत्री अमित शाह लगातार कह रहे हैं कि सरकार इसे लागू करने से एक इंच भी पीछे नहीं हटेगी। वहीँ कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी नागरिकता कानून के विरोध करने और इसे अपने राज्यों में लागू न करने का एलान किया है।
नागरिकता कानून के खिलाफ केरल की विधानसभा में प्रस्ताव भी पारित किया गया है। इतना ही नहीं केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने ग्यारह राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर लोकतंत्र बचाने के लिए आगे आने के लिए भी कहा है।
वहीँ दूसरी तरफ नागरिकता कानून को लेकर देशभर के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। पूर्वोत्तर के राज्य असम में गुवाहाटी में कांग्रेस ने नागरिकता कानून के विरोध में आज हस्ताक्षर अभियान का आयोजन किया है।