कांग्रेस सांसदों के निलंबन पर लोकसभा में हंगामा, लो.सभा-रा.सभा 11 मार्च तक के लिए स्थगित

कांग्रेस सांसदों के निलंबन पर लोकसभा में हंगामा, लो.सभा-रा.सभा 11 मार्च तक के लिए स्थगित

नई दिल्ली। कांग्रेस के 7 सांसदों के लोकसभा के निलंबन के मामले में शुक्रवार को लोकसभा में हंगामा हुआ। लोकसभा में विपक्षी सांसदों के निलंबन को लेकर कांग्रेस ने पूछा कि किस आधार पर यह कार्रवाई की गई।

सरकार की तरफ से संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि जो कल हुआ वैसा 70 सालों में नहीं हुआ था लेकिन ऐसा व्यवहार संसद में शोभा नहीं देता है। वहीं भारी हंगामे के कारण राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही को 11 मार्च सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।

इससे पहले आज दिल्ली हिंसा लेकर विपक्ष ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया और दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की गई।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृ्तव में कांग्रेस और अन्य पार्टी के नेताओं ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास प्रदर्शन किया और गृह मंत्री अमित शाह का दिल्ली हिंसा को लेकर इस्तीफा मांगा। हिंसा में 53 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

संसद की कार्रवाही शुरू होते ही विपक्ष दिल्ली हिंसा पर चर्चा और सदन में प्रधानमंत्री की उपस्थिति की मांग कर रहा था। विपक्षा के नारेबाजी के बीच 11 मार्च सुबह 11 बजे तक के लिए लोकसभा स्थगित हो गई है।

लोकसभा से कांग्रेस के सात सदस्यों के निलंबन को वापस लिए जाने की मांग करते हुए सदन में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ‘जेबकटुवा को फांसी के तख्ते पर नहीं चढ़ाया जा सकता’। चौधरी ने यह भी कहा कि कांग्रेस के सदस्य आसन को ‘पॉप ऑफ द वेटिकन’ की तरह सम्मान देते हैं और उन्होंने कभी आसन का अनादर नहीं किया है।

उन्होंने कहा कि पार्टी के सात सदस्यों को एक साथ शेष सत्र के लिए निलंबित किए जाने का कोई आधार नजर नहीं आता। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन के दौरान अन्य विपक्षी सदस्य भी थे लेकिन कारण पता नहीं है कि किस आधार पर सातों सदस्यों को निलंबित कर दिया गया। यह छोटी बात नहीं है।

वहीँ संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने अधीर रंजन चौधरी के बयान पर कहा कि निलंबित सांसदों की तुलना जेब कतरो से करना गलत है, हम इस तरह के बयान का समर्थन नहीं करते। जोशी ने कांग्रेस सांसदों के निलंबन को जायज करार देते हुए सांसदों के आचरण को लेकर सवाल उठाये।

संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने लोकसभा में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी से कहा, ‘इस तरह का व्यवहार संसद में शोभा नहीं देता है। इससे पहले सदन में प्रधानमंत्री और अमित शाह जी के खिलाफ अनुचित शब्दों का इस्तेमाल किया गया लेकिन हमने कुछ नहीं किया।’

डीएमके के सांसद दयानिधि मारन ने लोकसभा में कहा, ‘डीएमके की तरफ से मैं अनुरोध करता हूं कि कांग्रेस के सभी सात सांसदों के निलंबन को वापस लिया जाए।’

लोकसभा में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘कल हमारे सात सांसदों को पूरे बजट सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। हमें नहीं पता ऐसा किस आधार पर किया गया? यह कोई छोटी चीज नहीं है। हम केवल दिल्ली हिंसा पर चर्चा चाहते हैं।’

जांच के लिए कमेटी गठित:

लोकसभा अध्यक्ष ने एक कमेटी ​गठित की है जो 2 मार्च से 5 मार्च के बीच सदन में हुई घटनाओं की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट संसद को जमा करेगी। इस कमेटी की अध्यक्षता लोकसभा ​अध्यक्ष खुद करेंगे।

अपनी राय कमेंट बॉक्स में दें

TeamDigital