वारिस पठान की ज़ुबान पर ओवैसी का ताला, मीडिया में बात करने पर लगाई रोक
नई दिल्ली। आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रवक्ता वारिस पठान के सौ करोड़ और पंद्रह करोड़ वाले बयान पर पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कड़ी नाराज़गी दिखाते हुए वारिस पठान के मीडिया से बात करने पर पाबंदी लगा दी है। अब पार्टी की अनुमति के बिना अब वारिस पठान सार्वजनिक रूप से मीडिया में कोई बयान नहीं दे पाएंगे।
गौरतलब है कि गुरूवार को गुलबर्गा में नागरिकता कानून के खिलाफ आयोजित एक सभा के दौरान वारिस पठान ने विवादित बयान दिया था। वारिस पठान ने कहा था कि ‘हम 15 करोड़ ही 100 करोड़ लोगों पर भारी है, यह बात याद रख लेना।’
वारिस पठान के बयान को लेकर कई राजनैतिक दलों के नेताओं ने कड़ी आपत्ति जताई है। वहीँ सोशल मीडिया पर वारिस पठान के भाषण का विवादित हिस्सा वायरल हो रहा है।
वारिस पठान के ’15 करोड़ मुस्लिम 100 करोड़ हिन्दुओं पर भारी पड़ेंगे’ बयान पर कांग्रेस नेता हुसैन दलवई ने कहा कि ‘जिन्ना इस तरह से ही बातें करते थे, इस देश में जिन्ना अभी पैदा नहीं होगा। जिन्ना को ना हिन्दू मानेगा, ना मुसलमान मानेगा।’
वहीँ वारिस पठान के विवादित बयान पर RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि ‘ये लड़ाई किसी धर्म की लड़ाई नहीं बल्कि संविधान को बचाने की लड़ाई है। चाहे AIMIM के नेता हो या बीजेपी के नेता उन सब पर कार्रवाई होनी चाहिए।’
गौरतलब है कि कल एआईएमआईएम के दो कार्यक्रमों को लेकर विवाद पैदा हो गया था। जहाँ गुलबर्गा में वारिस पठान के विवादित बयान को लेकर पार्टी की फजीयत हुई।
वहीँ दूसरी तरफ बेंगलुरु में पार्टी के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की सभा में 19 वर्षीय जर्नलिज्म की छात्रा अमूल्या लियोना द्वारा पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाए जाने के बाद खुद ओवैसी को पूरे मामले पर सफाई देनी पड़ी।
ओवैसी की सभा में पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाने वाली अमूल्या के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किया गया है। उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 124 ए (देशद्रोह) के तहत मामला दर्ज कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।