कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेगा विपक्ष

कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेगा विपक्ष

नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ जहां एक तरफ आज 63वे दिन भी किसानो का आंदोलन जारी है वहीँ अब विपक्ष ने एलान किया है कि वह तीन कृषि कानूनों को संसद में चर्चा के बिना जबरन पास कराये जाने के खिलाफ राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेगा।

राज्य सभा में विपक्ष के नेता गुलामनबी आज़ाद ने बताया कि 16 राजनीतिक दलों के तरफ से हम आज बयान जारी कर रहे हैं कि कल संसद में माननीय राष्ट्रपति का जो अभिभाषण है हम उसका बहिष्कार करते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है कि सरकार ने किसानों की मर्ज़ी के बिना ये 3 बिल जबरदस्ती पास किए थे।

आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि हम लोग तीन कृषि कानूनों का विरोध करते रहे हैं और करते रहेंगे। इसलिए आम आदमी पार्टी महामहिम राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेगी और हमारे लोकसभा के सांसद भगवंत मान और राज्य सभा के हम तीन सांसद कल राष्ट्रपति के अभिभाषण कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे।

गौरतलब है कि कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलकर उन्हें ज्ञापन भी दे चूका है। इतना ही नहीं विपक्ष शुरू से ही कृषि कानूनों पर एतराज जता रहा है।

लोकसभा और राज्य सभा में जब तीनो कृषि बिल रखे गए थे तो विपक्ष का कहना था कि इन तीनो बिलो पर सदन में चर्चा होने चाहिए और ज़रूरी संशोधनों के लिए ये तीनो बिल फिर से अपर कमेटी के पास भेजे जाने चाहिए। हालांकि सरकार ने इन बिलो को वोटिंग की जगह ध्वनि मत से पास कराकर इन्हे कानून के तौर पर लागू कर दिया।

कोरोना संक्रमण के कारण शीत कालीन सत्र नहीं आयोजित हुआ, इसलिए कृषि कानूनों पर विपक्ष को सदन में अपनी बात रखने का मौका नहीं मिला। अब बजट सत्र को लेकर विपक्ष अपनी तैयारियां कर रहा है। इसी क्रम में विपक्ष ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का एलान कर दिया है।

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TeamDigital