बिहार में चुनावी तैयारियों के मद्देनज़र विपक्ष हुआ एक्टिव, लालू से मिलेंगे शरद यादव

बिहार में चुनावी तैयारियों के मद्देनज़र विपक्ष हुआ एक्टिव, लालू से मिलेंगे शरद यादव

नई दिल्ली। दिल्ली के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की बड़ी पराजय के बाद अब विपक्ष की नज़रें बिहार पर टिकी हैं। बिहार में इस वर्ष के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं। राज्य में सत्तारूढ़ जनतादल यूनाइटेड और बीजेपी को पटखनी देने के लिए विपक्ष के नेता एक्टिव हो गए हैं।

बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनज़र राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव 23 फरवरी को पटना के बिहार वेटरनरी कॉलेज ग्राउंड में ‘बेरोज़गारी हटाओ यात्रा’ की शुरुआत करेंगे। वे इस ‘युवा क्रांति रथ’ पर राज्य के हर जिले में रैली का नेतृत्व करेंगे।

वहीँ दूसरी तरफ लोकतांत्रिक जनता दल नेता शरद पवार ने अपना बिहार का दौरा शुरू कर दिया है। शरद यादव राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की है और जल्द ही वे रांची के रिम्स में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से मिलेंगे।

सूत्रों की माने तो विपक्षी दलों के महागठबंधन में शामिल राजनैतिक दल चाहते हैं कि सीटों के बंटवारे के लिए अंतिम समय तक प्रतीक्षा न की जाए और पहले सीटों के बंटवारे पर चर्चा हो। जिससे सभी पार्टियां अपने प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया पर काम शुरू कर सकें।

सूत्रों ने कहा कि इस बार विपक्ष के महागठबंधन में कुछ अन्य दलों को भी शामिल किये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। सेकुलर मतों का विभाजन रोकने के लिए समाजवादी पार्टी से शरद यादव बात कर रहे हैं। वहीँ असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम को भी गठबंधन में लाने पर विचार किया जा रहा है।

सूत्रों ने कहा कि नागरिकता कानून पर नीतीश कुमार द्वारा मोदी सरकार का समर्थन किये जाने और बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने के कारण बिहार में अल्पसंख्यक मतदाता की सोच बदली है। ऐसे में विपक्ष की कोशिश होगी कि वह नीतीश कुमार के उस वोट बैंक में सेंध लगाए जो अब तक नीतीश कुमार के सेकुलर चेहरे पर वोट देता था।

सूत्रों ने कहा कि फिलहाल शरद यादव के प्रयासों पर राजद सुप्रीमो लालू यादव की मुहर का इंतज़ार किया जा रहा है। शरद-लालू के बीच होने वाली बैठक के बाद बिहार में विपक्ष का महागठबंधन चुनावी मोड में आ जायेगा।

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TeamDigital