सीएए-एनआरसी के खिलाफ रणनीति के लिए विपक्ष ने सोमवार को बुलाई अहम बैठक

सीएए-एनआरसी के खिलाफ रणनीति के लिए विपक्ष ने सोमवार को बुलाई अहम बैठक

नई दिल्ली। नागरिकता कानून और एनआरसी के मुद्दे पर विपक्ष ने 13 जनवरी को दिल्ली में अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में शामिल होने के लिए देश की 23 पार्टियों को निमंत्रण भेजा गया है। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में शामिल होने के लिए अब तक 16 पार्टियों ने सहमति जताई है।

सूत्रो के मुताबिक विपक्ष की यह बैठक पार्लियामेंट एनेक्सी में होगी। इस बैठक में भाग लेने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार रविवार शाम को ही दिल्ली पहुँच जायेंगे।

सूत्रों की माने तो इस बैठक में एनसीपी, टीएमसी, आरजेडी, डीएमके, समाजवादी पार्टी, जनता दल सेकुलर, एआईयूडीएफ, टीडीपी, मुस्लिम लीग, जेएमएम, और कम्युनिस्ट दलों सहित कई विपक्षी दलों के नेता भाग लेंगे।

सूत्रों ने कहा कि इस बैठक में सीएए और एनआरसी को लेकर अंतिम रणनीति तैयार की जायेगी। बैठक में विपक्ष एक प्रस्ताव भी पारित करेगा, इस प्रस्ताव में देश की आर्थिक स्थति, बेरोज़गारी, नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर देश की स्थति का खुलासा किया जाएगा।

सूत्रों ने कहा कि 13 जनवरी को ही विपक्ष का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर दिल्ली के जेएनयू में हुई घटना को लेकर एक ज्ञापन सौंपेगा और राष्ट्रपति के सामने जेएनयू वाइसचांसलर को तुरंत हटाने की मांग रखेगा।

सूत्रों से मिली खबरों के मुताबिक इस बैठक में विपक्ष में नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ बड़ी और निर्णायक लड़ाई लड़ने के लिए मसौदा तैयार किया जाएगा।

सड़क पर लड़ी जायेगी निर्णायक लड़ाई:

सूत्रों ने कहा कि नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ अब विपक्ष सड़क पर निर्णायक लड़ाई लड़ने की तैयारी कर रहा है। संसद में संख्याबल कम होने के चलते भले ही मोदी सरकार नागरिकता कानून को पास कराने में सफल रही हो लेकिन विपक्ष इस मामले को जनता के साथ मिलकर सड़क पर लड़ने की तैयारी कर रहा है।

सूत्रों ने कहा कि नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के लिए विपक्ष की बैठक में एक कोर्डिनेशन कमेटी का गठन भी किया जा सकता है जो इस मामले में रणनीति तैयार करने का काम करेगी।

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TeamDigital