विपक्ष ने किया राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार, कांग्रेस ने संसद परिसर में किया प्रदर्शन
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ आज विपक्ष की 19 पार्टियों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण का बहिष्कार किया। इन 19 राजनीतिक दलों में कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना के अलावा डीएमके, एसपी, सीपीआई(एम), सीपीआई, आरएसपी, पीडीपी, केरल कांग्रेस,एआईयूडीएफ और तृणमूल कांग्रेस, बीएसपी शामिल है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में जहां कांग्रेस सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन किया। वहीँ लेफ्ट पार्टियों के सांसदों ने कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए संसद की तरफ विरोध प्रदर्शन मार्च निकाला।
इससे पहले कल विपक्ष ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा था कि सरकार ने तीन कृषि कानूनों को बिना चर्चा के जबरन पास कराया। ये न सिर्फ लोकतंत्र के बल्कि संसदीय परंपरा के खिलाफ है।
राज्य सभा में विपक्ष के नेता गुलामनबी आज़ाद ने बताया कि विपक्षी दलों के तरफ से हम आज बयान जारी कर रहे हैं कि कल संसद में माननीय राष्ट्रपति का जो अभिभाषण है हम उसका बहिष्कार करते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है कि सरकार ने किसानों की मर्ज़ी के बिना ये 3 बिल जबरदस्ती पास किए थे।
विपक्षी दलों का कहना है कि शुक्रवार को शुरू हुए संसद सत्र की शुरूआत राष्ट्रपति के अभिभाषण से होगी और हम इसका बहिष्कार करेंगे। विपक्ष का कहना है कि वो बजट सत्र में किसानों के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाएगी।