सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्ष का प्रदर्शन: No CAA – No NRC के नारे लगे
नई दिल्ली। बजट सत्र की शुरुआत से पहले आज विपक्ष ने संसद भवन परिसर में प्रदर्शन कर सरकार को अपने इरादे बता दिए हैं कि विपक्ष सरकार को मनमानी नहीं करने देगा।
आज संसद भवन परिसर में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्षी दलों के सांसदों ने हाथ में तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया। इन तख्तियों पर नो सीएए- नो एनआरसी, सेव इंडिया, सेव कॉन्स्टिट्यूशन जैसे स्लोगन लिखे हुए थे।
इस प्रदर्शन में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी सहित कई अन्य सांसद शामिल हुए। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस सांसदों ने नारेबाजी करते हुए बीजेपी नेताओं के विवादित बयानों पर नाराज़गी जताई। इस दौरान गोली मारना बंद करो के नारे भी लगे।
वहीँ नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने संसद के सेंट्रल हॉल में प्रदर्शन किया। टीएमसी सांसदों ने संसद के केंद्रीय कक्ष में नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ प्लेकार्ड दिखाए।
कांग्रेस सांसदों ने आरोप लगाया कि सरकार देश के अहम मुद्दों से ध्यान बांटने के लिए सीएए और एनआरसी के मुद्दों को उठा रही है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि सरकार देश की जर्जर अर्थव्यवस्था, बढ़ती बेरोज़गारी जैसे अहम मुद्दों को छिपाने की कोशिश कर रही है।
इससे पहले कल जामिया फायरिंग के मामले में कांग्रेस ने मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया था। कांग्रेस सांसद और प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि जामिया में गोलीबारी की घटना जहां घटी, वह नफरत का नतीजा है जो पिछले एक महीने से देश में पैदा हुई है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के चुनाव प्रचार में भाजपा नेताओं के बयान आग में घी डाल रहे हैं। एक सुनियोजित तरीके से इस मुल्क में, खासकर दिल्ली में ध्रुवीकरण करने की कोशिश जिम्मेदार लोगों द्वारा की जा रही है।
वहीँ जामिया फायरिंग को लेकर कांग्रेस महसचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि, ”जब भाजपा सरकार के मंत्री और नेता लोगों को गोली मारने के लिए उकसाएँगे, भड़काऊ भाषण देंगे तब ये सब होना मुमकिन है. प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए कि वे कैसी दिल्ली बनाना चाहते हैं? वे हिंसा के साथ खड़े हैं या अहिंसा के साथ? वे विकास के साथ खड़े हैं या अराजकता के साथ?”