किसान बिल का विरोध: विपक्षी दलों के सांसदों ने किया संसद परिसर में प्रदर्शन
नई दिल्ली। किसान बिल को लेकर विरोध तेज होता जा रहा है। इसके विरोध में किसान संगठनो ने 25 सितंबर को भारत बंद का एलान भी किया है। वहीँ आज संसद परिसर में विपक्षी दलों के सांसदों ने प्रदर्शन कर विरोध जताया।
किसान बिल को लेकर शुरू हुए विरोध का यह मामला अब राष्ट्रपति भवन तक पहुंच चूका है और इस मामले में आज विपक्षी दलों ने आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने का समय मांगा है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात से पहले विपक्षी दलों की एक बैठक आयोजित की गई है। इस बैठक में किसान बिलो के मुद्दे पर विपक्ष अपनी रणनीति तैयार करेगा। वहीँ शाम में राष्ट्रपति से मुलाकात कर विपक्ष किसान बिलो को रद्द किये जाने की मांग करेगा।
राष्ट्रपति के साथ मुलाकात में राज्य सभा से निलंबित किये गए आठ सांसदों का मुद्दा भी उठाये जाने की संभावना है। गौरतलब है कि रविवार को किसान बिलो पर विपक्ष ने मत विभाजन और चर्चा की मांग की थी लेकिन ऐसा न होने पर राज्य सभा में जमकर हंगामा हुआ था। इसे लेकर सभापति ने विपक्षी दलों के आठ सांसदों को मानसून सत्र के शेष रहे समय के लिए निलंबित कर दिया है।
वहीँ दूसरी तरफ किसान बिल को लेकर पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में किसानो के विरोध प्रदर्शन अभी जारी हैं। पंजाब में अकाली दल ने लुधियाना के सवादी कलां गांव से होते हुए कृषि बिलों के विरोध में और किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर रैली निकाली।
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने संसद में कृषि सुधार बिलों को पारित करने के खिलाफ आयोजित किसानों के विरोध के समर्थन में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। सिद्धू ने कहा कि पंजाब का हर आदमी और हर पार्टी जब इकट्ठा होकर लड़ेगी तो हम ये बिल लागू नहीं होने देंगे। आज मैं यहां अपने लिए आया हूं क्योंकि किसान मेरे प्राण है, किसान मेरी जान है और किसान मेरी पगड़ी है और उन्होंने आज इस पगड़ी को हाथ लगाया है।