झारखंड बनेगा विपक्षी एकता का गवाह, शपथ ग्रहण में रहेंगे विपक्ष के दिग्गज मौजूद
नई दिल्ली। कर्नाटक की तरह अब झारखंड में हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्षी एकता नज़र आ सकती है। माना जा रहा है कि हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष के कई दिग्गज नेता मौजूद रहेंगे।
29 दिसंबर को रांची में होने जा रहे समारोह में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी, पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह, कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, बसपा प्रमुख मायावती, सपा नेता अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी, शरद यादव, तेजस्वी यादव, एचडी कुमारस्वामी, शरद पवार, एम स्टालिन सहित दर्जनों बड़े चेहरे रांची में देखने को मिलेंगे।
हालाँकि बसपा सुप्रीमो मायावती के शपथग्रहण समारोह में शामिल होने को लेकर अटकलें बरकरार हैं। इसका अहम कारण हाल ही में मायावती के रुख में आया परिवर्तन माना जा रहा है। .
गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी ने कई अहम मौको पर विपक्ष से अलग राहें चुनी हैं। बसपा सांसदों ने तीन तलाक और नागरिकता संशोधन विधेयक पर सरकार के पक्ष में मतदान किया था। इसलिए हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण में मायावती की मौजूदगी को लेकर फिलहाल सस्पेंस बरकरार है।
चूँकि विपक्ष नागरिकता कानून और एनआरसी का विरोध कर रहा है इसलिए माना जा रहा है कि हेमंत सोरेन का शपथ ग्रहण समारोह नागरिकता कानून और एनआरसी पर विपक्ष की एकता का परिचायक होगा।
हालाँकि विपक्षी एकता के प्रयासों का यह पहला मौका नहीं है। इससे पहले कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार के मुख्यमंत्री के तौर पर कुमार स्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में एक दर्जन से अधिक विपक्षी नेता मौजूद थे। वहीँ कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस द्वारा आयोजित की गई रैली में 22 दलों के नेता मौजूद रहे थे।
2019 के लोकसभा चुनाव के बाद मोदी सरकार द्वारा उठाये गए कुछ कदमो से विपक्ष खुश नहीं है। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने और राज्य के नेताओं को नज़रबंद किये जाने के अलावा तीन तलाक और नागरिकता संशोधन विधेयक पर बीजेपी को विपक्ष की टूट का फायदा मिला है। ऐसे में विपक्ष के पास हेमंत सोरेन का शपथ ग्रहण समारोह एक और मौका है जब विपक्षी दल एक मंच पर दिखाई पड़ सकते है।