राष्ट्रपति भवन पहुंचा कृषि बिलो का मामला, विपक्ष ने राष्ट्रपति से की शिकायत
नई दिल्ली। कृषि बिलो पर विरोध जता रहे विपक्ष के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज शाम राष्ट्रपति भवन पहुंचकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। विपक्ष के नेताओं ने राष्ट्रपति से कृषि बिलो को रद्द करने की अपील की है।
इस मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता गुलामनबी आज़ाद ने मीडिया को बताया कि “हमने राष्ट्रपति जी को प्रेजेंटेशन दी है कि क्योंकि सही तरीके से ये बिल पास नहीं हुआ है, ये असंवैधानिक है। राष्ट्रपति जी, आप इस बिल को वापस भेज दें ताकि इसपर चर्चा हो, इसमें अमेंडमेंट की जाएं, रिजोल्युशन पर दोबारा वोटिंग हो, उसके बाद ही इसे स्वीकृति दें।”
आज़ाद ने बताया कि “लगभग 18 राजनीतिक दलों के नेताओं ने इकट्ठा होकर निर्णय लिया था कि माननीय राष्ट्रपति जी के सामने ये बात लाई जाए कि किस तरह से राज्यसभा में किसानों से संबंधित बिल पास किया गया। इस बिल को सरकार को राजनीतिक दलों से, किसान नेताओं से बात करके लाना चाहिए था।”
आज़ाद ने कहा कि “सरकार को ऐसा कानून लाना चाहिए था जिससे किसान खुश होते, लेकिन दुर्भाग्य से सरकार ने न इस बिल को स्टैंडिंग कमेटी को भेजा, न ही सेलेक्ट कमेटी को भेजा। उन्होंने रविवार को राज्य सभा में हुए को लेकर कहा कि हंगामे के लिए विपक्ष ज़िम्मेदार नहीं है, हंगामे के लिए सरकार ज़िम्मेदार है।”
इससे पहले आज विपक्षी दलों के सांसदों ने संसद परिसर में प्रदर्शन किया। वे हाथो में प्लेकार्ड लेकर कृषि बिलो को रद्द करने और राज्य सभा से 8 सांसदों के निलंबन को रद्द करने की मांग कर रहे थे।