2024 के लिए नीतीश ने बनाया मास्टर प्लान, बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को करेंगे एकजुट
पटना। जनता दल यूनाइटेड की दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को पटना स्थित राज्य मुख्यालय में शुरू हुई। बैठक के पहले दिन जनता दल यूनाइटेड को राष्ट्रीय दल के रूप में स्थापित करने और 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष को एकजुट करने का संकल्प लिया गया।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनका एकमात्र लक्ष्य विपक्षी दलों को एकजुट करना है। बाद में पार्टी ने उन्हें विपक्षी एकता के लिए काम करने के लिए अधिकृत किया।
बैठक के बाद नीतीश सरकार में मंत्री और जेडीयू नेता अशोक चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आज परिषद में निर्णय लिया गया कि विपक्ष से बात करे और विपक्ष एकता के लिए प्रयास करे और एकजुट होकर 2024 का चुनाव लड़े।
इस बीच जेडीयू सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 5 सितंबर को दिल्ली में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तथा वाम दलों के कुछ नेताओं से मिलेंगे। हालांकि मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन सूत्रों ने कहा कि 2024 के लिए विपक्ष को एकजुट करने के अपने प्रयासों के तहत सीएम नीतीश कुमार 5 सितंबर को दिल्ली में रहेंगे।
विधायकों के बीजेपी में शामिल होने पर नीतीश ने बीजेपी पर निशाना साधा:
शनिवार को मणिपुर में जनता दल यूनाइटेड के 5 विधायकों के बीजेपी में शामिल होने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीजेपी पर निशाना साधा है। नीतीश कुमार ने कहा कि “क्या यह उचित है? क्या यह संवैधानिक है? क्या यह स्थापित मानदंडों के अनुरूप है? वे हर जगह ऐसा कर रहे हैं। इसलिए सभी दलों को सकारात्मक जनादेश के लिए 2024 में एकजुट होना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि जब हम एनडीए से अलग हुए, तो मणिपुर के हमारे सभी छह विधायक आए और हमसे मिले और हमें आश्वासन दिया कि वे जदयू के साथ हैं। हमें यह सोचने की जरूरत है कि क्या हो रहा है। वे विधायकों को पार्टियों से तोड़ रहे हैं, है ना?
मणिपुर में बीजेपी ने किया धन बल का इस्तेमाल:
वहीँ मणिपुर में 5 जेडीयू विधायकों के बीजेपी में शामिल होने पर जनता दल यूनाइटेड ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है। पार्टी ने कहा कि बीजेपी ने धन बल के बूते जेडीयू विधायकों को बीजेपी में शामिल कराया।
जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन ने आरोप लगाया कि भाजपा ने मणिपुर में वही किया जो उसने “पहले दिल्ली, झारखंड, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में किया था।”
ललन ने नाराजगी जताते हुए कहा, “मणिपुर में हमारे विधायकों ने चुनाव में बीजेपी उम्मीदवारों को हराया था। अरुणाचल प्रदेश में ऐसा ही हुआ जहां हमारे विधायकों का अवैध शिकार किया गया, जबकि हम एनडीए में थे।”